मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की राजनीति के धुरी हैं, यह 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम ने फिर साबित कर दिया है। चुनाव के ठीक पहले विपक्षी गठबंधन का हिस्सा रहे नीतीश कुमार एनडीए में लौटे थे। उनकी वापसी ने एनडीए की साख बिहार में बचायी है। पड़ोसी राज्य यूपी में एनडीए को बड़ा झटका लगा है। ऐसे में बिहार की दो तिहाई सीटें हासिल कर एनडीए ने पूर्ण बहुमत प्राप्त करने में सफल रही है।
नीतीश कुमार ने ही राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों को एकजुट किया था। पटना में विपक्षी दलों की पहली बैठक मुख्यमंत्री आवास में 23 जून, 2023 को हुई थी। बाद में लोस चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की नजरअंदाजी और सुस्ती देख उन्होंने वहां से बाहर आने का फैसला लिया। इस तरह नीतीश कुमार फिर एनडीए का हिस्सा बने। बिहार में एनडीए के तहत भाजपा 17, जदयू 16, लोजपाआर पांच तथा हम और रालोमो एक-एक सीट पर लोकसभा का चुनाव लड़ी। जदयू उम्मीदवारों की बात करें तो 16 में 12 निवर्तमान सांसद थे। जदयू की 12 सीटों पर जीत हुई है। वहीं, जिन चार सीटों पर जदयू हारा है, उनमें तीन निवर्तमान सांसद भी हैं। हारने वाले निवर्तमान सांसदों में जहानाबाद से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी और पूर्णिया से संतोष कुशवाहा शामिल हैं। वहीं चौथी सीट किशनगंज रही है, जहां पर जदयू को 2019 में भी हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू 17 पर लड़ा था और 16 पर जीत दर्ज किया था।
नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में पार्टी उम्मीदवार कौशलेंद्र कुमार की लगातार चौथी बार जीत हुई है। वहीं, पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह चौथी बार सांसद बने हैं। इस बार जदयू के नौ निवर्तमान सांसदों ने जीत दर्ज की है। इनमें भागलपुर से अजय मंडल, वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार, सुपौल से दिलेश्वर कामत, मधेपुरा से दिनेशचंद्र यादव, गोपालगंज से डॉ आलोक कुमार सुमन, बांका से गिरिधारी यादव, नालंदा से कौशलेंद्र कुमार, मुंगेर से ललन सिंह और झंझारपुर से रामप्रित मंडल। सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर की जीत हुई है।
दोनों महिला प्रत्याशी जीतीं
जदयू ने दो महिला उम्मीदवारों शिवहर से लवली आनंद और सीवान से विजयालक्ष्मी देवी को मैदान में उतारा था। ये दोनों की जीत हुई है। खास बात यह है कि चुनाव के कुछ दिनों पहले ही ये दोनों महिला नेत्री जदयू में शामिल हुई थीं। लवली आनंद पहले भी वैशाली से सांसद रही हैं। वहीं, विजयालक्ष्मी देवी पहली बार चुनाव लड़ी थीं। विजयालक्ष्मी देवी के पति रमेश कुशवाहा पूर्व विधायक रहे हैं।