केरल के भूस्खलन प्रभावित वायनाड जिले में गुरुवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 413 हो गई, जबकि 152 लापता लोगों की तलाश 10वें दिन भी जारी रही।अधिकारियों की एक टीम के नेतृत्व में रक्षा और अन्य एजेंसियों के 1,000 से अधिक लोगों ने सुबह-सुबह तलाशी अभियान शुरू किया।
पिछले कुछ दिनों की तरह, कुछ टीमें वायनाड में चलियार नदी के उद्गम स्थल और मालापुरम जिले से गुजरने वाले इलाकों में पहुंची। तलाशी अभियान जारी रखते कुल 78 शव और 150 से ज़्यादा शवों के अंग बरामद किए।नदी से बरामद शवों और शरीर के अंगों पर मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किया जा रहा है, जिसमें पहले उन्हें डीएनए परीक्षण के लिए भेजा जाता है और फिर पहचान के लिए जीवित बचे हुए लोगों के लिए रखा जाता है। बाद में इन शवों और शरीर के अंगों को हैरिसन मलयालम प्लांटेशन से ली गई जमीन में दफनाया जाता है, जिसे अब एक कब्रिस्तान में बदल दिया गया है। हर कब्र के सामने एक नंबर होता है और जब डीएनए टेस्ट के परिणाम आते हैं, तो यदि यह परिणाम किसी परिवार से मेल खाता है, तो वे जान पाएंगे कि यह उनका कोई संबंधी या परिवार का सदस्य था या नहीं।
प्रभावित इलाकों में 100 से ज़्यादा राहत शिविर हैं, जहां 10 हजार 800 से ज्यादा लोग रह रहे हैं।राज्य के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने कहा कि वे क्षेत्र में स्कूलों को फिर से खोलने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं। तब तक शिक्षा का तरीका ऑनलाइन रहेगा।