विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने मंगलवार को मॉरीशस की प्रगति और समृद्धि के लिए निरंतर समर्थन जारी रखने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। बता दें कि विदेश मंत्री वर्तमान में मॉरीशस के दौरे पर हैं। आज उन्होंने पोर्ट लुईस में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ से मुलाकात की।
इस दौरान प्रधानमंत्री जगन्नाथ ने भारत और मॉरीशस की विशेष और स्थायी साझेदारी की समीक्षा के साथ इसे व्यापक बनाने की सराहना की। साथ ही निरंतर सहयोग के लिए आशा व्यक्त की। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि वर्तमान कार्यकाल की शुरुआत में वे मॉरीशस की यात्रा पर हैं। यह भारत-मॉरीशस द्विपक्षीय संबंधों की ताकत और गहराई को दर्शाता है।
भारतीय मूल की सांतवीं पीढ़ी के दो व्यक्तियों को ओसीआई कार्ड
जयशंकर ने बताया कि उनकी यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई। इसमें विकास साझेदारी, रक्षा और समुद्री निगम, आर्थिक और व्यापार संबंध और लोगों से लोगों के बीच संबंध शामिल हैं। कार्यक्रम में भारतीय मूल की सांतवीं पीढ़ी के दो व्यक्तियों को ओसीआई कार्ड दिए गए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस वर्ष मॉरीशस राष्ट्रीय दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस का दौरा किया था। इस दौरान ओसीआई संबंधित घोषणा की गई थी।
इस कार्यक्रम में भारत द्वारा वित्त पोषित 12 उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया। इसके अलावा शिक्षा, संस्कृति, आप्रवासन अभिलेखागार के डिजिटलीकरण , अंतरिक्ष और नवाचार के क्षेत्र में सहयोग पर समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान हुआ। विदेश मंत्री ने कहा कि केवल एक वर्ष की अवधि में ऐसी 96 सामुदायिक परियोजनाओं में से 37 चालू हो गई हैं। अगले दो महीनों में रोड्रिग्स और अगालेगा में आठ और परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि उन्हें कल ग्रैंड बोइस में भारतीय अनुदान सहायता से निर्मित मेडिक्लिनिक का उद्घाटन करने में प्रधानमंत्री के साथ शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त होगा। वे मोका में एक अन्य भारतीय सहायता प्राप्त परियोजना, सिविल सर्विस कॉलेज का भी दौरा करेंगे जिसका जल्द ही उद्घाटन होगा।