हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पति व पत्नी एक साथ विधानसभा में होंगे। देहरा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी एवं सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर 9399 मतों के अंतर से चुनाव जीती हैं। ऐसे में अब राज्य विधानसभा में सुक्खू व कमलेश एक साथ दिखेंगे। हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब पति-पत्नी एक साथ सदन में होंगे। हालांकि इससे पहले पिता व पुत्र विधानसभा में रहे हैं। इससे पहले जब जयराम ठाकुर सीएम थे तो उस समय पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह तथा उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह विधानसभा में थे। इसके अलावा सीएम की पत्नी कमलेश ठाकुर मंत्री पद की भी दावेदार हैं, क्योंकि सुक्खू कैबिनेट में महिला को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। सदन में अब 3 महिला विधायक हैं, लेकिन इसमें एक भाजपा से तथा 2 कांग्रेस से हैं। कांग्रेस की दोनों महिला विधायक अनुराधा राणा तथा कमलेश ठाकुर उपचुनावों में जीतकर सदन पहुंची हैं।
इनमें भी कमलेश ठाकुर की मंत्री पद के लिए दावेदारी मजबूत है, क्योंकि कमलेश महिला के साथ-साथ कांग्रेस जिला से चुनाव जीतकर सदन में पहुंची हैं। कांगड़ा प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है तथा यहां से विधायक भी अधिक हैं। वर्तमान में कांगड़ा से 2 मंत्री हैं, जिसमें प्रो. चंद्र कुमार व यादविंदर गोमा शामिल हैं। ऐसे में कांगड़ा जिला को मंत्रिमंडल में और प्रतिनिधित्व देने की मांग उठती रही है। ऐसे में कमलेश ठाकुर की दावेदारी अनुराधा राणा से अधिक मजबूत है, क्योंकि जनजातीय क्षेत्र से मंत्रिमंडल में पहले से ही प्रतिनिधित्व दिया गया है। ऐसे में महिला व कांगड़ा जिला के कोटे से कमलेश ठाकुर को मंत्री भी बनाया जा सकता है। इसके बाद हिमाचल के इतिहास में यह भी पहली बार होगा कि पत्नी-पत्नी एक साथ मंत्रिमंडल में होंगे।