भारत आज विभाजन विभीषिका स्मरण दिवस मना रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में एकता और भाईचारे के बंधन की रक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है।एक्स पर प्रधानमंत्री मोदी ने उन अनगिनत लोगों को याद किया जो विभाजन की विभीषिका से प्रभावित हुए और पीड़ित हुए।
उन्होंने कहा, “यह उनके साहस को श्रद्धांजलि देने का भी दिन है। विभाजन से प्रभावित बहुत से लोगों ने अपने जीवन को फिर से बनाया और अपार सफलता हासिल की। आज, हम अपने देश में एकता और भाईचारे के बंधनों की हमेशा रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराते हैं।”
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी एक्स पर उन लाखों लोगों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने “हमारे इतिहास की सबसे घिनौनी घटना” के दौरान अमानवीय पीड़ा झेली, जान गंवाई और बेघर हो गए।
गृह मंत्री ने कहा, “वही देश जो अपने इतिहास को याद रखता है अपना भविष्य बना सकता है और एक शक्तिशाली इकाई के रूप में उभर सकता है। इस दिन को मनाना पीएम नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में एक जरूरी अभ्यास है।”
इससे पहले 2021 में प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की थी कि विभाजन के दौरान अपनी जान गंवाने वालों की याद में हर साल 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस ‘के रूप में मनाया जाएगा।
पीएम मोदी ने 2021 में एक ट्वीट में कहा था, “विभाजन के दर्द को कभी नहीं भुलाया जा सकता। हमारे लाखों बहन-भाई विस्थापित हुए और कई लोगों ने नफरत और हिंसा के कारण अपनी जान गंवाई। लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाएगा।”