रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे बोर्ड को सुरक्षा और जन सुविधा बनाये रखने के उद्देश्य से चार सूत्री एजेंडा पर फोकस करने का मंत्र दिया, जिनमें सभी उपकरणों के सही ढंग से कार्यान्वयन से लेकर अच्छी गुणवत्ता वाले भोजन और पानी की सुविधा शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार रेल मंत्री ने सोमवार को रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अन्य सभी सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों, महाप्रबंधकों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ सुरक्षा और यात्री सुविधाओं के विभिन्न पहलुओं की व्यापकता से समीक्षा की।
सूत्रों ने बताया कि इस कवायद का मकसद यह था कि ट्रेनों में वातानुकूलन प्रणाली सहित किसी भी उपकरण में कोई खराबी, भोजन की घटिया सामग्री और पानी की कमी के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और गाड़ी की समयबद्धता प्रभावित नहीं हो।
सूत्रों के अनुसार बैठक में चार बिन्दुओं पर ठोस सुधार लाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। रेलवे स्टेशनों एवं ट्रेनों के उपकरणों की विश्वसनीयता और ठीक से काम करने के संबंध में विचार विमर्श में माना गया कि सुरक्षा संबंधी उपकरणों में सुधार करने के लिए, उनकी विशिष्टताओं, इन्स्टालेशन के तरीकों और रखरखाव प्रथाओं की समीक्षा करने की जरूरत है। सभी विनिर्माताओं के साथ आरडीएसओ द्वारा संयुक्त कार्यशालाएं आयोजित करके यह काम किया जाए।
भोजन की गुणवत्ता में सुधार के लिए भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) और उसकी एजेंसियाें द्वारा 100 स्थानों पर बेस किचन स्थापित करने का कार्य प्रगति पर है। बैठक में निर्णय लिया गया कि इसे अगले चार महीनों में युद्ध स्तर पर पूरा किया जाना चाहिए।
ट्रेनों में पैंट्री कारों और भंडारण वाली जगहों की गहरी सफाई मिशन मोड में की जाएगी और इसे रखरखाव कार्यक्रम में भी प्राथमिकता से शामिल किया जाएगा ताकि इसे नियमित आधार पर किया जाये।
स्टेशनों पर सफाई और पानी की सुविधा के बिन्दुओं पर चर्चा में यात्रा के दौरान ट्रेनों में पानी की उपलब्धता और सफाई में सुधार के लिए यह निर्णय लिया गया कि अगले दो वर्षों में सफाई और पानी की सुविधाओं को मौजूदा संख्या से दोगुना कर दिया जाएगा। सफाई और पानी देने के लिए आवश्यक समय को पूरे नेटवर्क की समय सारणी में शामिल किया जाएगा ताकि इस महत्वपूर्ण गतिविधि की उपेक्षा न हो।