बिहार के पूर्णिया से विजयी हुए सांसद पप्पू यादव का विवादों से लगातार पाला पड़ता रहा है। वो कभी अपने बयानों को लेकर। कभी अपनी घोषणाओं को लेकर। कभी अपने सरकारी कार्यालयों में छापेमारी वाले अंदाज को लेकर चर्चा में रहते हैं। पप्पू यादव बिहार के किसी इलाके में कोई घटना हो जाए, वहां जरूर पहुंचते हैं। पीड़ितों की अपने हिसाब से मदद करते हैं। सामाजिक मुद्दों को उठाते हैं। निर्दलीय चुनाव में खड़ा होकर और जीतकर संसद पहुंचे पप्पू यादव ने सांसद का बकायदा शपथ लिया। इस दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिसके बारे में जानकर हर कोई हैरान है। पप्पू यादव भला ऐसा कैसे बोल सकते हैं।
संसद में भड़के पप्पू यादव
चर्चा के मुताबिक संसद के अंदर जो हुआ, वो आम तौर पर किसी सांसद के शपथ लेने के दौरान नहीं होता है। पप्पू यादव के समय जो हुआ, उसे कोई भी अच्छा नहीं कह रहा है। शपथ लेने के बाद जब अंत में पप्पू यादव बिहार को विशेष राज्य के दर्जे सहित अन्य मुद्दों पर बोलने लगे। उस दौरान वहां मौजूद सांसदों ने आपत्ति जताई। उसके बाद पप्पू यादव हत्थे से उखड़ गए। उन्होंने विरोध करने वाले सांसदों को भला-बुरा कहा। उसके बाद स्पीकर के आसन के पास से ही बहुत कुछ बोल गए। पप्पू यादव उत्साह के साथ सबसे पहले अपने सीट से उठे। उसके बाद प्रोटेम स्पीकर के आसन तक पहुंचे। वहां उन्होंने शपथ लेने से पहले कई बातें कही।
प्रणाम पूर्णिया से शपथ शुरू
उन्होंने शपथ की शुरुआत प्रणाम पूर्णिया, प्रणाम बिहार, सलाम बिहार और जोहार बिहार के साथ की। उसके बाद उन्होंने मैथिली भाषा में शपथ लिया। शपथ लेने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि बहुत-बहुत धन्यवाद। उसके बाद उन्होंने जो टी शर्ट पहना था, उस पर री नीट। यानी नीट पेपर लीक की जांच कराने और परीक्षा दोबारा लिए जाने की मांग का संदेश लिखा हुआ था। उन्होंने शपथ के बाद बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, सीमांचल जिंदाबाद और मानवता जिंदाबाद के साथ संविधान जिंदाबाद के नारे लगाए। उसके बाद वहां मौजूद प्रोटेम स्पीकर भृतहरि महताब उन्हें बार बार समापन के लिए आग्रह करते दिखे।
सांसदों पर भड़के पप्पू यादव
बात बढ़ती गई। उसके बाद पप्पू यादव ने स्पीकर के आसन के पास से ही आपत्ति जता रहे सांसदों को कहा कि मैं जानता हूं.. आपसे ज्यादा न छठा बार सांसद हूं। आप हमको सिखाइयेगा.. और आप कृपा पर जीते हैं। मैं अकेला लड़ता हूं। चौथी बार निर्दलीय चुना गया हूं तो मुझे न बताएं। पप्पू यादव के इस व्यवहार से सब लोग अवाक रह गए। उसके बाद पप्पू यादव ने शपथ ग्रहण वाले रजिस्टर पर हस्ताक्षर किया। नीचे उतर आए। इतनी ही देर में मौहाल कुछ तनाव वाला हो गया। सामान्यतया शपथ ग्रहण के दौरान ऐसा कुछ नहीं होता है। पप्पू यादव के भड़कने से वहां का माहौल थोड़ी देर के लिए अशांत हो गया।
मीडिया से बोले पप्पू यादव
शपथ ग्रहण के बाद यादव ने संवाददाताओं से कहा कि लाखों छात्र फिर से परीक्षा की मांग कर रहे हैं और उनकी मांग मानी जानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा भी मिलना चाहिए। नीट-यूजी की परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर इन दिनों बड़ा विवाद खड़ा हुआ है। नीट-यूजी का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा देशभर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। यह परीक्षा पांच मई को 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे। परीक्षा में 23 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे।