महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर हलचल दिख रही है। सेनाभवन पर जारी शिवसेना-यूबीटी के संपर्क प्रमुखों की बैठक में उद्धव ठाकरे ने विधानसभा की सभी 288 सीटों का रुख जाना है।
सेनाभवन पर जारी शिवसेना-यूबीटी के संपर्क प्रमुखों की बैठक खत्म हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में उद्धव ठाकरे ने विधानसभा की सभी 288 सीटों का जायजा लिया। अगले 7 दिन के भीतर शिवसेना (UBT) के हर संपर्क प्रमुख को अपने विधानसभा क्षेत्र की डिटेल रिपोर्ट पार्टी मुख्यालय में पेश करने का निर्देश दिया गया है।
इस रिपोर्ट में हर संपर्क प्रमुख को बताना होगा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की ताकत कितनी है। संघठनात्मक संरचना की स्थिति क्या है और लोकसभा चुनाव के परिणाम में उनके विधानसभा क्षेत्र में क्या नतीजे आए हैं।
बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहीं 2 अहम बातें
- आगामी विधानसभा चुनाव में हम भले ही महाविकास अघाड़ी गठबंधन के तौर लड़ने वाले हैं लेकिन आप सभी 288 सीटों की तैयारी में लग जाएं। सभी 288 सीटों पर संगठन की ताकत बढ़ाओ।
- महाविकास अघाड़ी गठबंधन में जिन सीटों पर शिवसेना(UBT) की ताकत है, उस सीट पर सिर्फ शिवसेना(UBT) ही चुनाव लड़ेगी।
उद्धव ठाकरे के इस बयान के पीछे वजह है कांग्रेस का खुद को MVA का बड़ा भाई बताना। दरअसल, लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से ही कांग्रेस लगातार खुद को महाविकास अघाड़ी गठबंधन में बड़ा भाई के तौर पर पेश कर रही है और यही बात उद्धव ठाकरे को नागवार गुजर रही है। ठाकरे सेना की तरफ से संजय राउत ने आज भी कहा की MVA में कोई बड़ा या छोटा भाई नहीं है। सभी एकदूसरे की मदद की वजह से जीतें है।