भारत और श्रीलंका की सेनाओं के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘मित्र शक्ति’ का 10वां संस्करण सोमवार को श्रीलंका के मदुरु ओया स्थित आर्मी ट्रेनिंग स्कूल में शुरू हुआ। भारतीय दल का प्रतिनिधित्व राजपूताना राइफल्स की एक बटालियन और श्रीलंकाई सेना का प्रतिनिधित्व गजबा रेजिमेंट के सैनिक कर रहे हैं।
भारतीय सेना के 106 जवान ‘मित्र शक्ति’ अभ्यास में ले रहे हैं हिस्सा
भारतीय सेना की टुकड़ी में हथियारों के साथ 106 जवान अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं। इस तरह 25 अगस्त तक चलने वाले इस अभ्यास में श्रीलंकाई सेना की गजबा रेजिमेंट के जवान भारतीय सैनिकों के साथ सैन्य अभ्यास करेंगे। संयुक्त अभ्यास ’मित्र शक्ति’ वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो भारत और श्रीलंका में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है। पिछला संस्करण नवंबर, 2023 में पुणे में आयोजित किया गया था।
सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र अधिदेश के अध्याय VII के तहत उप-पारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है। यह अभ्यास अर्ध-शहरी वातावरण में संचालन पर केंद्रित होगा। सामरिक अभ्यासों में आतंकवादी कार्रवाई का जवाब, संयुक्त कमान पोस्ट की स्थापना, खुफिया और निगरानी केंद्र की स्थापना, हेलीपैड, लैंडिंग स्थल की सुरक्षा, छोटी टीमों का प्रवेश और निष्कासन, विशेष हेलीबोर्न ऑपरेशन, घेराव और तलाशी अभियान के अलावा ड्रोन और काउंटर ड्रोन सिस्टम का उपयोग आदि शामिल हैं।
मित्र शक्ति अभ्यास से दोनों पक्षों को संयुक्त अभियान चलाने की रणनीति, तकनीक और प्रक्रियाओं में सर्वोत्तम अभ्यास साझा करने का अवसर मिलेगा। इससे दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, सौहार्द्र और सौहार्द्र विकसित करने में मदद मिलेगी। संयुक्त अभ्यास से रक्षा सहयोग भी बढ़ेगा, जिससे दोनों मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में और वृद्धि होगी।