श्रीराम प्रभु के दर्शन एवं मुंडन कराने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मंगलवार को संगी-साथी के साथ जाएंगे। सम्राट का काफिला सड़क मार्ग से छपरा-गोपालगंज के रास्ते अयोध्या पहुंचेगा।
यात्रा में उनके साथ नीतीश सरकार में सम्मिलित भाजपा कोटे के कई मंत्रियों के अतिरिक्त पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी होंगे। संभव है कुछ वरिष्ठ नेता भी सम्राट के साथ भगवान श्रीराम का दर्शन करने जाएं। अयोध्या पहुंचने पर उप मुख्यमंत्री बाकायदा श्रीराम के चरणों में अपनी पगड़ी (मुरेठा) समर्पित कर मुंडन भी कराएंगे।
दरअसल, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए सम्राट ने मुख्यमंत्री की कुर्सी से नीतीश कुमार को हटाने के बाद ही पगड़ी उतारने की घोषणा की थी। अब बदली हुई परिस्थितियों में सम्राट ने निर्णय वापस ले लिया है। बकौल सम्राट, मां के निधन के बाद सितंबर-2022 में सिर पर पगड़ी बांधी थी, पर इसे दूसरे अर्थ में प्रचारित किया गया। वैसे व्यक्तिगत निर्णय निरस्त भी हो सकते हैं।
लगभग दो वर्ष से चर्चा में है पगड़ी
सम्राट की पगड़ी पिछले 21 महीने से चर्चा में हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए सम्राट से पगड़ी को लेकर पूछ चुके हैं। अब पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय के तहत सम्राट संगी-साथी संग श्रीराम लला के दर्शन के लिए अयोध्या जा रहे हैं।
सम्राट के साथ जाने वाले प्रमुख मंत्री
नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन, सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी, पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार सिंह, उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम, गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान, पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता के अलावा श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह दो जुलाई को सम्राट के साथ अयोध्या जा सकते हैं।