ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के गठन के बाद सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार गठन के साथ ही जगन्नाथ पुरी मंदिर के चारों द्वारों को खोल दिया गया है। एक दिन पहले ही इससे जुड़ा प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसपर आज सुबह मुहर लग गई। खास बात यह है कि भाजपा ने ओडिशा विधानसभा चुनाव से पहले मंदिर के दरवाजों को खोलने का वादा किया था।
दरअसल, गुरुवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पुरी के विश्वप्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान भाजपा सांसद संबित पात्रा, प्रताप चंद्र सारंगी समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान सभी द्वारों के खुलने की जानकारी दी।उन्होंने कहा, ‘हमने कल कैबिनेट की बैठक में जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार खोलने का प्रस्ताव दिया था। आज सुबह 6 बजकर, 30 मिनट पर इस प्रस्ताव को पास कर दिया गया।
सीएम माझी ने बताया कि मैं अपने विधायकों और पुरी सांसद के साथ मंगला आरती में शामिल हुआ। जगन्नाथ मंदिर के विकास और अन्य कामों के लिए हमने कैबिनेट में फंड का प्रस्ताव भी दिया है। जब हम अगला बजट पेश करेंगे, तब मंदिर प्रबंधन के लिए 500 करोड़ रुपये का फंड आवंटित करेंगे। ‘भाजपा ने ओडिशा विधानसभा चुनाव में मंदिर के सभी द्वार खोलने का वादा किया था। अब हमने इसे सबसे पहले पूरा किया है।
आपको बताते चलें कि बीजू जनता दल प्रशासन ने कोविड महामारी के बाद से ही मंदिर के चार बंद गेट नहीं खोले थे। इसके चलते श्रद्धालुओं की एंट्री सिर्फ एक ही दरवाजे से हो रही थी। एक दिन पहले ही सीएम माझी ने मंदिर के चारों द्वार खोलने की बात कही थी। उन्होंने बुधवार को कहा था कि ‘राज्य सरकार ने पुरी जगन्नाथ मंदिर के कल सुबह सभी मंत्रियों की मौजूदगी में दोबारा खोलने का फैसला किया है। अब श्रद्धालु सभी चारों दरवाजों से मंदिर में जा सकेंगे।’