छतरपुर जिले के बमीठा थाना क्षेत्र के इमलाहा गांव में एक साइकिल पंचर की दुकान में जहां एक पंखा, दो बल्ब लगे हैं उस दुकान का एक माह का बिल 1,22,383 (एक लाख बाइस हज़ार तीन सौ तेरासी रुपए) आया है। जिसको देख गरीब दुकानदार और बिल की कीमत सुनने वाले लोगों के होश उड़ गए। हैरान कर देने मामला छतरपुर जिले राजनगर ब्लॉक के इमलहा गांव में संतोष साहू पिता लखन साहू जो कि गांव में ही एक साइकिल पंचर की दुकान खोले हुए है। जिसके नाम एक माह का बिजली का बिल सवा लाख रुपए आ गया है। संतोष के पिता छोटी सी खेती करते हैं तो वहीं संतोष अपने पिता का घर के खर्च में हाथ बंटाकर अपने भाइयों की पढ़ाई और परिवार का भरण पोषण करने के लिए साइकिल पंचर की दुकान चलाता है।
मीडिया को जानकारी देते हुए पीड़ित ने बताया कि मेरा पिछला बिल 2,000 रुपए आया था जिसे उन्होंने यहां-वहां से से कर्ज लेकर के जमा कर दिया था। लेकिन अब जून माह का बिल 1,22,383 रुपया आ गया। जिससे दुकानदार के होश उड़ गए और सोचने लगा कि इतना बिल कैसे चुकेगा। वही पर हाथ रख कर रोने लगा। जब ये बात उसने अपने घर जाकर सबको बताई तो सभी चौंक गए।
मामले में मीटर रीडर जालम सिंह यादव को बताई तो मीटर रीडर ने मीटर की रीडिंग में सुधार के लिए खर्च-पानी की बात उपभोक्ता से करने लगा।अब इसे बिजली विभाग के निचले कर्मचारी की लापरवाही मानें या फिर मीटर रीडर की, लेकिन एक माह में लाख रुपये से ऊपर बिजली का बिल आना आश्चर्यजनक है। वहीं अगर कहा जाए तो यहा बिजली से नहीं बिजली के बिल से झटका लगाना माना जायेगा।
मामले में जब बिजली विभाग के कनिष्ठ अभियंता बी.के. तिवारी से बात की तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा हमें जानकारी प्राप्त हुई है मामले को विशेष रूप से संज्ञान में लेकर सुधार करवाया जायेगा।