किसानों के दिल्ली में प्रवेश को रोकने को लेकर पुलिस ने सीमा पर कंक्रीट की दीवार से बैरिकेडिंग की थी। दिल्ली पुलिस की ओर से की गई बैरिकेडिंग को हटाने के लिए कदम उठाए गए है।
किसान आंदोलन के बीच दिल्ली पुलिस का बड़ा निर्णय सामने आया है. पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए लगाए बैरिकेड को अस्थाई रूप से हटा रही है. इस तरह से आम लोगों के लिए यातायात को खोला जा सकेगा. ऐसा बताया जा रहा है कि पुलिस सड़क के दोनों ओर से एक भाग को आवाजाही के लिए खोल रही है. किसानों के दिल्ली में प्रवेश को रोकने को लेकर पुलिस ने सीमा पर कंक्रीट की दीवार से बैरिकेडिंग की थी. दिल्ली पुलिस की ओर से की गई बैरिकेडिंग को हटाने के लिए कदम उठाए गए है. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर के बयान के अनुसार, आंदोलन लगातार जारी रहने वाला है. आगे की रणनीति को लेकर वे 29 फरवरी को बड़ा ऐलान करेंगे. उन्होंने कहा कि फिलहाल हम सभी संगठनों को बुलाकर आंदोलन की रूप-रेखा पर चर्चा करने का ऐलान करने वाले हैं।
किसान अभी भी पंजाब-हरियाणा सीमा पर डटे हुए हैं
गौरतलब है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर करीब दर्जन भर मांगों को लेकर किसान अभी भी पंजाब-हरियाणा सीमा पर डटे हुए हैं. किसानों ने दो बार हरियाणा सीमा को पार करने का प्रयास किया है. मगर हरियाणा पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया है. इसके बाद से किसान शंभू सीमा पर डटे हुए हैं. दिल्ली कूच करने का निर्णय कुछ दिनों के लिए टाला गया है. किसान नेताओं के अनुसार, वे 29 फरवरी तक दिल्ली कूच का प्रयास नहीं करने वाले हैं।
सरकार की ओर से बाचतीच का प्रस्ताव नहीं
21 फरवरी को केंद्र सरकार ने बातचीत करने को लेकर कहा था. बातचीत आगे क्यों नहीं बढ़ी, कहां पर दिक्कतें आ रही है, इसे लेकर पंढेर का कहना है, “मुझे ऐसा लग रहा है कि इस वक्त उनके पास बातचीत करने का कोई मुद्दा न हो. बात उनकी ओर से होनी बाकी है. वे किसी तरह का एजेंडा तय नहीं करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि 21 फरवरी के बाद उनका सरकार से किसी तरह का संपर्क नहीं है।