नीट पेपर लीक कांड को लेकर बिहार में सियासत चरम पर पहुंच गई है। आरजेडी इस मुद्दे के बहाने सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है। पिछले दिनों नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा था कि अगर सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कराती है तो वह नई तस्वीर जारी कर सत्ताधारी नेताओं को बेनकाब करेंगे। आरजेडी ने पेपर लीक कांड को लेकर नई तस्वीर जारी की है। तस्वीर में सीएम नीतीश के साथ पेपर लीक के किंगपिन संजीव मुखिया की पत्नी दिख रही है। आरजेडी ने पूछा है कि आखिर संजीव मुखिया को बचाने की कोशिश क्यों की जा रही है।
दरअसल, नीट पेपर लीक मामले के तार नालंदा से जुड़ने के बाद बिहार में इसको लेकर खूब सियासत हो रही है। एक तरफ बीजेपी का कहना है कि इस कांड को अंजाम देने वाले लोग आरजेडी से जुड़े हैं और तेजस्वी यादव के करीबी है। बीजेपी का स्पष्ट आरोप है कि पेपर लीक के पीछे कहीं न कहीं तेजस्वी यादव की भूमिका संदिग्ध है। बीजेपी के इस आरोप के बाद आरजेडी ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के साथ पेपर लीक में शामिल सेटर अमित आनंद की तस्वीर जारी की थी और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए थे।
खुद तेजस्वी यादव ने कहा था कि मामले को डायवर्ट करने के लिए उनके ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा था कि सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराए नहीं तो वह सत्ताधारी दल के नेताओं के साथ इस पेपर लीक कांड से जुड़े लोगों की तस्वीर जारी करेंगे। इसके बाद डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने तेजस्वी को चेतावनी दी थी कि अगर उनके पास कोई साक्ष्य है तो उसे 24 घंटे में सार्वजनिक करें और लोगों को धमकाना बंद करें। डिप्टी सीएम की चुनौती को स्वीकार करते हुए आखिरकार आरजेडी ने नई तस्वीर जारी कर दी है।
दिल्ली में संसद सत्र की शुरुआत से पहले आरजेडी सांसद मनोज झा ने नई तस्वीरें जारी की है। आरजेडी की तरफ से जारी पहली तस्वीर में सीएम नीतीश कुमार के साथ पेपर लीक के किंगपिन संजिव मुखिया की पत्नी ममता देवी नजर आ रही है तो दूसरी तस्वीर में जेडीयू कोटे से मंत्री श्रवण कुमार के साथ दिख रही हैं। आरजेडी ने इन तस्वीरों को जारी करते हुए पूछा है कि आखिर क्या कारण है कि पेपर लीक के सरगना का संबंध एनडीए नेताओं के साथ ही क्यों हैं?
आरजेडी ने डबल इंजन सरकार से कई सवाल पूछे हैं और कहा कि NEET पेपर लीक के किंगपिन और मुख्य सरगना नालंदा निवासी संजीव मुखिया को आखिर कौन बचा रहा है? क्या यह सच नहीं है कि संजीव मुखिया की पत्नी NDA से चुनाव लड़ चुकी है? जदयू की नेत्री रही है। क्या सीधे मुख्यमंत्री आवास तक इनकी पहुंच नहीं है? नालंदा के ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और ताकतवर स्थानीय मंत्री का यह परिवार बेहद क़रीबी है। क्या सीएमओ के शक्तिशाली अधिकारी से इनके गहरे ताल्लुकात है या नहीं? क्या यह सत्य नहीं है कि सत्ता शीर्ष के सीधे हस्तक्षेप के कारण ही तीसरे चरण की BPSC शिक्षक भर्ती पेपर लीक के आरोपी होने के बावजूद यह परिवार खुला घुम रहा है।