मध्यप्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्यसभा सांसद प्रभात झा का निधन शुक्रवार को हो गया। वे पिछले 20 दिनों से बीमार चल रहे थे। दिल्ली में उनका उपचार चल रहा था। उनका अंतिम संस्कार शनिवार को उनके पैतृक गांव सीतामढ़ी के कोरियाही गांव में तीन बजे से होगा।
प्रभात झा अपने तेवर के लिए जाने जाते थे। एक समय इनकी गिनती सिंधिया के धुर विरोधियों में की जाती थी। प्रभात झा का जन्म बिहार में हुआ था, लेकिन इन्हें पहचान एमपी की सियासत से मिली। प्रभात झा मध्यप्रदेश में बीजेपी के उन नेताओं में शामिल थे, जिनकी संगठन में मजबूत पकड़ मानी जाती थी। जब वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने तो उन्होंने संगठन में छोटी-छोटी कमेटियां बनाईं और बूथ लेवल पर कार्यकर्ताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी,जिसका फायदा बीजेपी को हुआ। उन्होंने प्रदेशभर में संगठन को मजबूत करने के लिए कई अभियान भी चलाए थे। बाद में उन्हें बीजेपी ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था।
जून में न्यूरोलॅाजिकल परेशानियों के चलते उन्हें भोपाल में भर्ती कराया गया था। उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया। उनके परिवारवाले चाहते थे कि प्रभात झा की अंत्येष्टि कर्मस्थली ग्वालियर में हो, लेकिन प्रभात झा की इच्छा थी कि उनकी अंत्येष्टि जन्मभूमि पर हो।
मुख्यमंत्री ने भाजपा नेता के निधन पर जताया शोक
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मध्य प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष प्रभात झा के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि प्रभात झा एक कुशल राजनीतिज्ञ एवं समाजसेवी थे। वह मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिला के कोरियाही गांव के रहने वाले थे। वे राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति एवं उनके परिजनों को इस दुख की घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।