भागलपुर के बरारी स्थित सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का अब 20 जुलाई को भी उद्घाटन नहीं हो पाएगा। दरअसल सांसद अजय मंडल सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। जहां पर उन्होंने खामियां देखा, इसके बाद सांसद भड़क उठे, उन्होंने कहा कि सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल अभी उद्घाटन के लायक तैयार नहीं है अधिकारी भी अपना रिपोर्ट सरकार को भेजें और हम भी अपना रिपोर्ट सरकार को भेजेंगे उन्होंने आगे बताया कि अगर सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का उद्घाटन करवा दिया जाता है तो यहां रोगियों को मौत के घाट उतारा जाने के अलावा और कुछ नहीं है। सांसद ने कहा कि यहां पर डॉक्टर कंपाउंडर नर्स किसी का भी पोस्टिंग नहीं हुआ है अगर लोगों को पता चलेगा कि सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का उद्घाटन हो गया है तो बेहतर उपचार के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ेगी लेकिन बात है कि यहां पर डॉक्टर नर्स और कंपाउंड ही नहीं है तो यहां पर इलाज किया होगा? यहां पर जो करोड़ों के मशीन लगे हैं वह भी व्यवस्थित नहीं है पत्रकारों ने पूछा की हॉस्पिटल का उद्घाटन का तारीख पर तारीख दिया रहा है… तो सांसद ने कहा कि अब तारीख पर तारीख देने वाले का तारीख होगा।
200 कड़ोड़ के लागत से बना है अस्पताल
200 करोड़ की लागत से बने इस अस्पताल में 200 बेड उपलब्ध हैं. यहां सात विभाग न्यूरो सर्जरी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, ट्रॉमा वार्ड और जेरिएट्रिक्स विभाग के साथ आईसीयू व ओपीडी सेवा उपलब्ध होगी. प्राथमिकता के तौर पर अभी न्यूरोसर्जरी विभाग और आईसीयू के साथ ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी. अस्पताल में 90 मशीनों को इंस्टॉल किया जाना है. अब तक 45 मशीनें आ चुकी हैं।
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह हॉस्पिटल
इनमें से लगभग 25 मशीनों को इनस्टॉल किया गया है इस अस्पताल के निर्माण से पूर्वी बिहार के कई जिलों और झारखंड के लोगों को सहूलियत होगी. वहीं पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल पर भी मरीज का दबाव कम होगा. यह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है।
अस्पताल को बनाने में 60 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार का लगा
बरारी में बने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में 60 प्रतिशत पैसा केंद्र सरकार का तो 40 प्रतिशत पैसा बिहार सरकार का लगा है. पिछले दो साल से 200 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का भवन बनकर पूरी तरह तैयार था. इसमें आठ ऑपरेशन थिएटर बनवाए गए हैं. साथ ही हेलीपैड का भी निर्माण करवाया जा रहा है, ताकि इमरजेंसी के समय मरीजों को एयरलिफ्ट किया जा सके.
8वी डेडलाइन फेल, 9वी डेडलाइन पर भी भरोसा नहीं
इसी वर्ष फरवरी महीने की 25 तारीख को उद्घाटन की 8वीं डेडलाइन तय की गई थी और उम्मीद यह जताई गई थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल मोड में इसका उद्घाटन करेंगे. इसको लेकर तैयारियां भी तेज हो गई थीं, लेकिन 25 फरवरी की डेडलाइन पर भी इसका उद्घाटन नहीं हो सका.