बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का सोमवार को कैंसर के कारण दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) में निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। वे पिछले कुछ समय से बीमार थे और कैंसर से जूझ रहे थे। सोमवार रात 9:45 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने एक्स पर पोस्ट कर उनके निधन पर शोक जाहिर किया है और पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने पोस्ट में कहा है कि अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मित्र रहे सुशील मोदी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है।
आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे। राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए।
जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। जेपी नड्डा ने अपने पोस्ट में कहा कि विद्यार्थी परिषद से लेकर ही हमने साथ में संगठन के लिए लंबे समय तक काम किया। उनका पूरा जीवन बिहार के लिए समर्पित रहा। बिहार को जंगलराज से बाहर निकालकर विकास के पथ पर लाने में उनका प्रयास बहुत मददगार रहा है।
क्या बोले एम्स के डॉक्टर
एम्स के डॉक्टर्स के अनुसार, उन्हें यूरिनरी ब्लैडर में यूरोथेलियल कैंसर था। कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंच जाने के कारण मस्तिष्क तक फैल गया था। शुरुआत में यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ उनका इलाज कर रहे थे।
बाद में एम्स के कैंसर सेंटर में उनका इलाज चल रहा था और नौ अप्रैल से एम्स के कैंसर सेंटर में यूरोआंकोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ. रणजीत साहू के अंतर्गत प्राइवेट वार्ड में भर्ती थे।
कुछ दिन पहले उनकी हालत बिगड़ने पर उन्हें आईसीयू में भर्ती किया था। बाद में स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार होने पर वह आईसीयू से बाहर वापस प्राइवेट वार्ड में आ गए थे। कैंसर एडवांस स्टेज में होने के कारण उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई।