सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा को गांव के लोगों ने रंगे हाथों पकड़ा था ?
हाथरस के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में सत्संग के दौरान भगदड़ से 121 लोगों की मौत के बाद हरि नारायण उर्फ सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा सुर्खियों में है। इस बीच सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इंडिया टीवी से बातचीत में कुछ लोगों ने दावा किया है कि सूरजपाल शराब का बहुत शौकीन है। जब वह पुलिस की नौकरी करता था तो जमकर शराब पीता था। उसे शराब पीते गांव के लोगों ने कई बार देखा भी था।
गांव के लोगों के साथ शराब पीता था सूरजपाल
बाबा हरि नारायण उर्फ सूरजपाल सिंह का ससुराल एटा से 40 किलोमीटर दूर गोटिया खुर्द गांव में है। इस गांव के लोगों ने इंडिया टीवी से खास बातचीत की। गांव के लोगों ने दावा किया कि सूरजपाल गांव के लोगों और ऑटो वालो के साथ पीता था।
बुजुर्ग का दावा- बाबा में कोई शक्ति नहीं, सिर्फ ढोंग करता है
गांव के बुजर्ग दुर्गविजय सिंह ने दावा किया कि सूरजपाल सिंह उर्फ भोले बाबा में कोई शक्ति नहीं है। वह पाखंडी है। उस पर एक्शन होना चाहिए। पुलिस उसे गिरफ्तार करे। जब बाबा ने कहा था कि मेरी आर्मी व्यवस्था देखेगी तो उसने व्यवस्था क्यों नहीं की।
सेवादारों को सुसराल में काम करने के लिए भेजता था बाबा
दुर्गविजय सिंह ने कहा कि बाबा गांव में अपनी पत्नी के भाई मेवाराम के घर सेवादारों को भेजते थे। यह भगवान राम, श्रीकृष्ण किसी को नहीं मानता। खुद को ही भगवान कहता है। सुरदर्शन चक्र के साथ पता नहीं क्या क्या पहनकर नाटक करता था। गांव के एक अन्य बुजुर्ग प्रेमपाल का दावा है कि बाबा शराब पीता था। पुलिस को उसके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए।
बाबा के खिलाफ कार्रवाई की मांग
गांव की महिला प्रधान संगीता के रिश्तेदार जिन्हें पुरुष प्रधान कहा जाता है का इनका कहना है कि हमारे गांव से उनकी सत्संग में कभी नहीं लोग गए। उसकी जाति के लोग ज्यादा जाते थे। हम चाहते हैं पुलिस इनसे पूछताछ करे। बाबा ने इस गांव में शादी की थी। इसके बाद नौकरी लगी। हमने उसके अंदर कोई शक्ति नहीं देखी।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.