सेना कमांडर ने सीमावर्ती इलाकों का किया दौरा, आतंकवादी विरोधी अभियानों का लिया जायजा

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उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा और किश्तवाड़ जिलों में सीमावर्ती इलाकों का दौरा कर आतंकवाद विरोधी अभियानों की समीक्षा की।

सेना कमांडर ने दोनों जिलों के सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और सैन्य बलों की तैनाती का आकलन किया। अधिकारियों ने बताया कि कमांडर ने आतंकवाद रोधी डेल्टा फोर्स के सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया और जवानों से बातचीत की।

उत्तरी कमान ने अपने एक्स पर कहा, “लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने क्षेत्र में बढ़ती आतंकवादी गतिविधियों के मद्देनजर चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की समीक्षा के लिए डोडा और किश्तवाड़ क्षेत्र में आतंकवाद रोधी बल (डेल्टा) के अग्रिम ठिकानों (सीमावर्ती इलाकों) का दौरा किया।”

सेना ने कहा कि कमांडर ने क्षेत्र में अतिरिक्त बलों की तैनाती के विकल्पों का आकलन किया। उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ तालमेल बनाने पर भी जोर दिया।

सेना ने कहा, ”सेना कमांडर ने सभी सैनिकों को अभियानों की गति को बनाए रखने के लिए कहा, ताकि चल रहे और आने वाले कार्यक्रमों के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित हो।”

पिछले दो महीनों से जम्मू डिवीजन के पहाड़ी जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, रियासी और उधमपुर में आतंकवादियों ने हमले किए हैं। आतंकवादियों की तलाश के लिए इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

चार दिन पहले कोकरनाग के अहलान गंडोले इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और एक नागरिक की मौत हो गई थी। तलाशी अभियान को किश्तवाड़-डोडा क्षेत्र तक बढ़ा दिया गया है।

जम्मू डिवीजन के पहाड़ी जिलों में 40 से 50 कट्टर विदेशी आतंकियों के सक्रिय होने की रिपोर्ट के बाद, सेना ने 4,000 से अधिक सैनिकों को तैनात किया है, इनमें विशिष्ट पैरा कमांडो और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित लोग शामिल हैं। इन जिलों के घने जंगलों में छिपे आतंकवादियों ने सेना, अर्धसैनिक बलों और नागरिकों के खिलाफ हिट-एंड-रन हमलों को अंजाम दिया है।

आतंकवादियों ने जो रणनीति अपनाई है वह यह है कि वे अचानक घात लगाकर हमला करते हैं और फिर घने जंगलों में गायब हो जाते हैं। आतंकवादियों की रणनीति को विफल करने के लिए इन जिलों की पहाड़ियों पर सेना और सीआरपीएफ को तैनात किया गया है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इन इलाकों में सक्रिय कुछ आतंकवादियों के स्केच पहले ही जारी कर दिए हैं। इन आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में जानकारी देने वाले को 5-5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है।

पुलिस ने यह भी कहा कि सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। सूचना देने के इच्छुक लोगों के मन में किसी भी तरह का डर नहीं होना चाहिए।

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