चिल्ड्रेन रिहैब्लिटेशन ट्रस्ट के द्वारा डॉ. प्रशांत भूषण ने रविवार को राजधानी पटना के कंकड़बाग में ‘सेरेब्रल पाल्सी’ के ऊपर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में कांग्रेस के प्रवक्ता सुमन कुमार मल्लिक तथा मुख्य अतिथि के रूप में मुंबई के जाने-माने सीनियर भौतिक चिकित्सक डॉ. ध्रुव मेहता, आईजीआईएमएस के भौतिक चिकित्सक डॉ. विनय पांडे, डॉ. यू.एस प्रसाद, डॉ. अविनाश कुमार भारती उपस्थित थे।
कार्यशाला में मुंबई के जाने-माने सीनियर भौतिक चिकित्सक डॉ. ध्रुव मेहता ने अपना बहुमूल्य समय देकर बिहार के भौतिक चिकित्सा के क्षेत्र में काम कर रहें चिकित्सकों का मार्गदर्शन किया। डॉ. मेहता ने कार्यशाला में शामिल लोगों को सेरेब्रल पाल्सी से ग्रस्त बच्चों के उपचार की नईं तकनीक को सिखाया। इस दौरान डॉ. ध्रुव मेहता ने बताया कि आज के समय में जन्म से या जन्म के बाद बहुत से बीमारी होती हैं, जिसको समय से जांच कर बहुत हद तक ठीक किया जा सकता हैं इसलिए हमें ‘सेरेब्रल पाल्सी’ से घबराने की ज्यादा जरुरत नहीं हैं।
इस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सुमन कुमार मल्लिक ने कहा की सेरेब्रल पाल्सी की समस्या बहुत ही गंभीर हैं परंतु फिजियोथैरेपी के उचित हस्तक्षेप के द्वारा इससे ग्रसित मरीज़ों के जीवन में बहुत ही ज्यादा सुधार लाया जा सकता है। श्री मल्लिक ने कहा की सेरेब्रल पाल्सी वाले बच्चों और वयस्कों की सहायता में फिजियोथेरेपिस्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए उन्हें यथासंभव मदद करते हुए उन्हें मुख्यधारा में लाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा की राजनीतिक मुद्दे से अलग हटकर इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होना उन्हें बहुत अच्छा लगता हैं।
मौके पर आईजीआईएमएस के भौतिक चिकित्सक डॉ. विनय पांडे, डॉ. अविनाश चौधरी, डॉ.जोशनी पांडे, डॉ. रुनझुन अग्रवाल एवं डॉ. सुनील ने भी इस विषय पर अपना बहुमुल्य सुझाब दिया। आयोजक डॉ. प्रशांत भूषण ने कहा की इस तरह के कार्यशाला का आयोजन करना समाज के हित में है ताकि हम बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास कर सके । इस कार्यशाला में बिहार एवं झारखंड राज्य से 50 प्रतिभागियों ने भाग लिया। पटना आर्टिफिशियल लिंब एवम रिहैब सेंटर ने भी अपनी उपस्थिति को दर्ज कराया। इस दौरान कार्यशाला में आए हुए सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागी प्रमाण पत्र दिया गया। मंच का संचालन डॉ. अविनाश चौधरी ने किया और डॉ. सुजीत कुमार ने कार्यक्रम का सफल आयोजन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।