भारत सोमवार को अपना पहला डेडिकेटेड पोलारिमेट्री मिशन, एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (XPoSat) लॉन्च करने के लिए तैयार है। उपग्रह को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सुबह 9 बज कर 10 मिनट पर ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान रॉकेट (Polar Satellite Launch Vehicle) पर लॉन्च किया जाएगा।
XPoSat का लक्ष्य उज्ज्वल खगोलीय एक्स-रे स्रोतों की जटिलताओं को उजागर करना, चरम स्थितियों में उनकी जटिल गतिशीलता की जांच करना है। अंतरिक्ष यान निम्न-पृथ्वी कक्षा अन्वेषण के लिए डिजाइन किए गए दो अत्याधुनिक वैज्ञानिक पेलोड ले जाता है।
प्राथमिक उपकरण, POLIX (एक्स-रे में पोलारिमीटर उपकरण) को ध्रुवीकरण की डिग्री और कोण जैसे पोलारिमेट्री मापदंडों को मापने का काम सौंपा गया है। खगोलीय उत्पत्ति के 8-30 केवी फोटॉन की मध्यम एक्स-रे ऊर्जा रेंज में काम करते हुए, POLIX आकाशीय पिंडों से एक्स-रे उत्सर्जन की हमारी समझ में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार है।
XPoSat में XSPECT (एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी और टाइमिंग) पेलोड भी है, जिसे 0.8-15 केवी की ऊर्जा रेंज में स्पेक्ट्रोस्कोपिक जानकारी प्रदान करने के लिए इंजीनियर किया गया है, जो ब्लैक होल, न्यूट्रॉन सहित विभिन्न खगोलीय स्रोतों के उत्सर्जन तंत्र में अमूल्य अंतर्दृष्टि, तारे, सक्रिय गैलेक्टिक नाभिक, पल्सर पवन नीहारिकाएं और बहुत कुछप्रदान करता है। ।