नई दिल्ली, एजेंसी। नींद आने के बाद मस्तिष्क के याद रखने वाले कोने में न्यूरॉन सक्रिय हो जाता है। उस वक्त यह भविष्य की घटनाओं की कल्पना से कुछ अधिक सोचता रहता है। नए अध्ययन के अनुसार, ऐसी संभावना है कि वे भविष्य की घटनाओं के लिए तैयारी करते हैं।
मिशिगन यूनिवर्सिटी से शोधकर्ताओं के एक दल ने जगने के बाद और सोने के दौरान मस्तिष्क के तरंगों का अध्ययन किया। शोधकर्ताओं ने कहा कि दिमाग द्वारा योजना बनाने और निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण ‘प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स’ है वहीं यादों का निर्माण करने और इन्हें एकत्र करने के लिए जिम्मेदार ‘हिप्पोकैम्पस’ है।
इन दोनों हिस्सों के बीच एक परस्पर संबंध है जिससे मनुष्य किसी फैसला लेने से पहले उसके नतीजों की कल्पना कर लेता है।