हैलो ! मैं बिजली विभाग का एसडीओ बोल रहा हूँ. सुचारू बिजली आपूर्ति के लिए अपने स्मार्ट मीटर को अपडेट करें. आपके मोबाइल पर जो लिंक गया है उसे क्लिक करें और 13 रुपए का पेमेंट करें. और जैसे ही आप लिंक क्लिक करते हैं आपके बैंक खाते में चपत लग जाती है. हजारों- लाखों रुपये कुछ मिनटों में कट जाते हैं. आपका बैंक खाता खाली हो जाता है. साइबर ठगों का यह नया कारनामा है. इन दिनों बिहार में कई लोगों को बिजली का स्मार्ट मीटर अपडेट करने के नाम पर साइबर ठग लोगों को ठगी का शिकार बना रहा है.
इसी तरह के फर्जी फोन कॉल और मैसेज से साइबर ठगी का शिकार पटना का एक रिपोर्टर भी हुआ. इसी सप्ताह अभिजीत नामक रिपोर्टर के फोन पर बिजली विभाग के नाम से फोन आया. उसे स्मार्ट मीटर को अपडेट करने के नाम पर लिंक क्लिक करने कहा गया. साथ ही सीए नम्बर और नाम भरने कहा गया. अंत में 13 रुपए का भुगतान करने कहा गया. जैसे ही रिपोर्टर ने पूरा प्रोसेस किया उसके बैंक खाते में बड़ी सेंधमारी हो गई. पूरा बैंक खाता ही खाली हो गया. यह ठगी केवल अभिजीत के साथ नहीं हुई है बल्कि इस प्रकार की ठगी के शिकार कई अन्य लोग हो रहे हैं.
साइबर सेल बेपरवाह : साइबर ठगी का शिकार होने के बाद अभिजीत ने जब साइबर सेल में शिकायत करने की कोशिश की तो उसके मामले का समाधान तो दूर एफआईआर तक नहीं हुई. साइबर सेल में रिपोर्टर को बताया गया कि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होगी. पहले cybercrime.govt.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएँ. उसके बाद ही साइबर सेल में आवेदन स्वीकारा जाएगा. वहीं साइबर ठगी का शिकार रिपोर्टर अपने मोबाइल को फोर्मेट कर चुका था जिससे ऑनलाइन शिकायत के लिए मांगे जा रहे डिजिटल दस्तावेज उसके पास नहीं थे. रिपोर्टर ही नहीं साइबर सेल में इसी प्रकार की ठगी के शिकार हुए कई अन्य लोग भी यहां वहां अपनी परेशानी को लेकर घूमते रहे.