संसद के दोनों सदनों में पेपर लीक और परीक्षा से जुड़ी गड़बड़ियों को लेकर समूचा विपक्ष जब नियम 267 के तहत चर्चा की मांग पर अड़ा हुआ था और हंगामा कर रहा था, उस दौरान शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी संसद के बाहर मोर्चा संभाले हुए दिखे। उन्होंने हंगामा कर रहे विपक्ष से कहा कि वह इस मुद्दे पर राजनीति न करे बल्कि चर्चा में हिस्सा ले। सरकार उनके सभी सवालों का जवाब देगी। नियम 267 के तहत कोई भी सदस्य दिनभर के सूचीबद्ध एजेंडे को रोकते हुए सार्वजनिक महत्व के जरूरी मुद्दों पर चर्चा के लिए नोटिस प्रस्तुत कर सकता है।
हंगामे पर क्या बोले शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान?
प्रधान ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि सरकार इस मामले में पहले दिन से ही सख्त है। वह परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वालों को बख्शेगी नहीं। सीबीआई की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। जल्द ही गाज गिरेगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन जो भी चर्चा हो वह मर्यादा में और संसदीय परंपराओं के तहत हो। सरकार के पास इस मुद्दे पर छिपाने के लिए कुछ नहीं है। वह छात्रों के साथ पूरी तरह से खड़ी है। जिन्होंने भी गड़बड़ी की है उन्हें वह छोड़ेंगे नहीं।
प्रधान ने कहा कि विपक्ष की इस मुद्दे पर चर्चा की मांग पर लोकसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी है और उन्हें सलाह दी है कि वह राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाए। राष्ट्रपति ने अभिभाषण में इस विषय का जिक्र किया है। सरकार इस मुद्दे पर स्वस्थ चर्चा और सुझाव चाहती है। हालांकि, विपक्ष इसके लिए तैयार नहीं हुआ। विपक्ष ही भाग रहा है, सरकार तैयार है।