हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से बाहर आया था नीट का पेपर, बिहार EOU ने किए कई खुलासे

NEET Scam

नीट (यूजी) परीक्षा का प्रश्न पत्र झारखंड के हजारीबाग के परीक्षा केंद्र ओएसिस स्कूल से बाहर आया था। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अनुसार, पटना के रामकृष्णनगर थाना अंतर्गत नंदलाल छपरा स्थित लर्न ब्वायज़ हास्टल एंड प्ले स्कूल से बरामद अधजले प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का ही है। इसका सत्यापन कर लिया गया है।

प्रथमदृष्टया हजारीबाग के ओएसिस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग में छेड़छाड़ की जानकारी मिली है। प्रश्न प्रश्न पत्र के पोलीबैग, मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग एवं संबंधित पैकिंग ट्रंक में छेड़छाड़ पाया गया है।

जांच टीम के अनुसार, प्रश्न पत्र के परिवहन और भंडारण के लिए तय सुरक्षा मानकों का अनुपालन पूर्ण रूप से नहीं किया गया। यही कारण है कि प्रश्न पत्र के बक्सों और लिफाफे के साथ छेड़छाड़ नहीं पकड़ी जा सकी। प्रश्न पत्र की पैकिंग में किस स्तर पर चूक हुई है, इस संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।

प्रश्न पत्र की चेन आफ कस्टडी का सत्यापन किया जा रहा है। इसको लेकर संबंधित परीक्षा केंद्र, एसबीआइ बैंक की शाखा और कुरियर कंपनी ब्लू डार्ट के दफ्तर में संबंधित कर्मियों का बयान लिया गया है।

चिंटू को वॉट्सऐप पर मिला था सॉल्वड पेपर का PDF

ईओयू के अनुसार, देवघर के देवीपुर फार्म हाउस से पकड़ा गया बलदेव उर्फ चिंटू इस पूरे प्रकरण के मुख्य सूत्रधारों में है। चिंटू, संजीव कुमार उर्फ लुटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है।

अनुसंधान में मालूम चला है कि परीक्षा के दिन पांच मई की सुबह उसके मोबाइल पर इसी गिरोह के द्वारा नेट का सॉल्व प्रश्न पत्र (उत्तर सहित) की पीडीएफ फाइल भेजी गई थी। इसे स्कूल में रखे वाई-फाई प्रिंटर से प्रिंट निकाला गया। इसके बाद अभ्यर्थियों का ग्रुप बनवाकर उन्हें उत्तर सहित प्रश्न रटवाए गए थे।

अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की भूमिका

ईओयू के अनुसार, इस कांड का अनुसंधान अब आगे सीबीआइ को सौंपा जा रहा है। देवघर से गिरफ्तार चिंटू से पूछताछ में जांच टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।चिंटू के खुलासे और झारखंड से बरामद संदिग्ध लिफाफे एवं बॉक्स से मिली जानकारी के आधार पर इस कांड में एक संगठित अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की संलिप्तता प्रकाश में आई है।

नीट का प्रश्न पत्र रटाने वाली जगह लर्न बॉयज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल की गोपनीयता बनाए रखने के लिए स्कूल से करीब दो किलोमीटर दूर एक ड्रॉप ऑफ पॉइंट बनाया गया था। इस जगह पर गिरोह के सदस्य उपस्थित थे।यहां से परिक्षार्थियों को स्कूल तक ले जाने के लिए टैक्सी का उपयोग किया गया था जिसे भी बरामद कर लिया गया है। संबंधित टैक्सी ड्राइवर सह मालिक बिहारशरीफ के मुकेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

 

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