मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार के विकास के लिए काम करते हैं। वर्ष 2005 के नवंबर से जनता ने हमें मौका दिया। इसके पहले बिहार में क्या हाल था यह आप भली-भांति जानते हैं।
उन्होंने लालू प्रसाद और परिवारवाद पर कटाक्ष करते हुए कहा कि खुद हटे तो अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनवा दिया। ये लोग सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करते हैं। लेकिन हम पूरे बिहार को अपना परिवार मानते हैं। हमने समाज के हर तबके के उत्थान के लिए कार्य किया है। इसे याद रखिएगा, भूलिएगा नहीं। मुख्यमंत्री ने उक्त बातें शनिवार को हवेली खड़गपुर के खंडबिहारी बेसिक स्कूल स्थित मैदान में एनडीए उम्मीदवार राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में माहौल बदला है। राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है। अब हिंदू एवं मुस्लिम का कोई झंझट नहीं होता। हमारी सरकार ने मदरसों को सरकारी मान्यता दी है। मदरसा के शिक्षकों को भी वेतन दिया जा रहा है। साथ ही कब्रिस्तान की घेराबंदी की जा रही है। उन्होंने राजद के शासन काल की याद दिलाते हुए लोगों से कहा कि 2005 के पहले जिनको मौका मिला था, क्या उन्होंने काम किया था। शाम में कोई भी डर के मारे घर से नहीं निकलता था। जब हमलोगों की सरकार बनी तो बिहार का विकास किया। स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली की दशा को सुधारा और तेजी से काम हुआ। लड़कियों को पढ़ाने के लिए साइकिल योजना शुरू की।
उनके लिए इंटर पास करने पर 25 हजार और स्नातक पास करने पर 50 हजार दिया जा रहा है। पूरा समाज आगे बढ़े इसके लिए कार्य किया। महिलाओं की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए वर्ल्ड बैंक से कर्ज लेकर स्वयं सहायता समूह का विकास कराया। स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 51 हजार से अधिक है। जीविका दीदियों की संख्या 1 करोड़ 31 लाख के ऊपर है। पुलिस में महिला की भागीदारी बढ़ रही है।