बीसीसीआई के लिए इस वक्त सबसे बड़ा सवाल यही है कि भारतीय टीम का अगला हेड कोच कौन होगा. भारतीय क्रिकेट बोर्ड में इसे लेकर सबसे ज्यादा माथापच्ची चल रही है. हालांकि, बोर्ड ने कुछ नामों को शॉर्टलिस्ट जरूर कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाया है. रिपोर्ट्स की मानें तो स्टीफन फ्लेमिंग और गौतम गंभीर इस पद के सबसे बड़े दावेदार हैं. लेकिन फ्लेमिंग से बात नहीं बन पाने के कारण गंभीर का नाम तय माना जा रहा है. इस बीच दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने कोच बनने की इच्छा जता दी है. इसके बाद से सवाल उठने लगे हैं कि क्या वो गौतम गंभीर का पत्ता काट देंगे?
हरभजन सिंह ने क्या कहा?
राहुल द्रविड़ का कार्यकाल 30 जून 2024 को खत्म हो जाएगा. बीसीसीआई ने भारतीय टीम के अगले हेड कोच का कार्यकाल 1 जुलाई 2024 से 31 दिसंबर 2027 तक रखा है और इसके लिए आवेदन करने के लिए कहा है. एएनआई के साथ इंटरव्यू में हरभजन सिंह ने कोच बनने को लेकर कहा कि क्रिकेट ने उन्हें बहुत कुछ दिया है, अगर उन्हें टीम को वापस कुछ देने का मौका मिलता है तो इससे उन्हें बहुत खुशी होगी.
हालांकि, हरभजन ने ये भी कहा है कि उन्हें पता नहीं कि वो इसके लिए अप्लाई करेंगे या नहीं लेकिन उनके इस बयान के बाद से इस रेस में गौतम गंभीर के साथ एक और दावेदार को जरूर देखा जाने लगा है. हरभजन सिंह ने टीम इंडिया की कोचिंग को लेकर कहा कि ये काम खिलाड़ियों को सिखाने से ज्यादा उन्हें मैनेज करने को लेकर है. भारतीय टीम के खिलाड़ियों को पता है कि कैसे ड्राइव और पुल शॉट लगाना है.
क्या है कोच बनने का पैमाना?
टीम इंडिया के हेड कोच को चुनने के लिए बीसीसीआई सबसे पहले सभी आवेदन को देखेगी. इसके बाद आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स को शॉर्टलिस्ट कर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आवेदन के लिए कुछ पैमाना सेट कर रखा है. बीसीसीआई के मुताबिक, केवल वही व्यक्ति इस पद के लिए आवेदन कर सकता है, जिसकी उम्र 60 से कम हो और वह कम से कम 30 टेस्ट या 50 वनडे खेल चुका है.
अगर किसी ने दो साल तक टेस्ट खेलने वाले देश की कोचिंग की है तो वो भी आवेदन दे सकते हैं. इसके अलावा आईपीएल, एसोसिएट मेंबर, इंटरनेशनल लीग, फर्स्ट क्लास टीम या नेशनल ए टीम की तीन साल तक कोचिंग का अनुभव रखने वाले भी इस पद के लिए योग्य माने जाएंगे. वहीं बीसीसीआई की तरफ से लेवल 3 या इसके बराबर का सर्टिफिकेट हासिल कर चुके कोच भी आवेदन कर सकते हैं.