हरियाणा में मंगलवार को सत्तारूढ़ भाजपा को बड़ा झटका लगा। राज्य की नायब सिंह सैनी सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया।
इनमें विधायक सोमवीर सांगवान, रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर शामिल हैं। इन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में कांग्रेस को समर्थन का ऐलान किया। कांग्रेस ने कहा, सरकार अल्पमत में आ गई, सीएम इस्तीफा देकर चुनाव करवाएं।
बता दें कि चौथे विधायक के रूप में राकेश दौलताबाद के भी कांग्रेस खेमें में शामिल होने की खबर थी, लेकिन वह रोहतक में होने वाली प्रेस वार्ता में नहीं शामिल हुए हैं। गौरतलब है कि मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद जेजेपी ने सरकार से समर्थन वापिस ले लिया था। इसके बाद भाजपा ने सारकार चेहरा बदल दिया। नए मुख्यमंत्री के रूप में नायब सैनी ने शपथ ली। विधानसभा में बहुमत हांसिल करने के लिए भाजपा को 46 विधायक चाहिए थे, लेकिन भाजपा के पास 40 थे। इसके बाद रणजीत चौटाला सहित 4 निर्दलीय विधायकों के साथ समर्थन से नायब सैनी बहुमत हांसिल करने में शफल हुए थे।
लेकिन अब तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। ऐसी चर्चा है कि निर्दलीय विधायकों को मंत्रीपद की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। जिससे नाराज विधायकों ने अपना समर्थन भाजपा सरकार से वापिस ले लिया।