न्यायिक आयोग ने हाथरस हादसे की जांच शुरू कर दी है। शनिवार को आयोग अध्यक्ष रिटायर्ड जज ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में दो सदस्यीय टीम ने सिकंदराराऊ में घटनास्थल पर जांच की। वहीं, भोले बाबा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें बाबा ने कहा कि घटना में शामिल उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा। सत्संग से जुड़े लोग शासन, प्रशासन पर भरोसा रखें।
आयोग सदस्य शनिवार दोपहर सवा 12 बजे पुलिस लाइन पहुंचे, जहां उन्होंने डीएम और एसपी से एक घंटे तक हादसे के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद टीम ने सिकंदराराऊ के गांव फुलरई में घटनास्थल का निरीक्षण किया। यहां के बाद टीम अस्पताल में भर्ती घायलों से मिली।
घटना से व्यथित हूं वायरल वीडियो में भोले बाबा कह रहे हैं कि वह घटना से व्यथित हैं। उन्होंने अपने वकील एपी सिंह के जरिए सत्संग के लोगों से कहा कि वे घटना में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों की मदद करें। हालांकि, यह बयान भोले बाबा ने कहां दिया, इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है। मैनपुरी प्रशासन इस पर कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं है।
मुख्य आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
हाथरस के सिकंदराराऊ में हुए हादसे के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर को पुलिस ने शनिवार को अदालत में पेश किया। जहां से 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में अदालत ने उसे जेल भेज दिया। साथ ही पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो और सेवादारों को भी जेल भेजा गया है। एसपी हाथरस ने बताया कि जरूरत पड़ने पर मुख्य आरोपी को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने की अर्जी दायर की जा सकती है। पुलिस ने देवप्रकाश मधुकर को दिल्ली नजफगढ़ से शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया था।