बिहार में अपराधियों का तांडव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला मुजफ्फरपुर से निकल कर सामने आ रहा है। जहां हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गए दारोगा को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। जहां आनन फानन में उन्हें साहेबगंज सीएचसी में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज कराया गया। इतना ही नहीं हमला कर भीड़ ने दो गिरफ्तार बदमाशों को पुलिस ने छुड़ा लिया।
दरअसल, बिहार में पुलिस पर हमले का सिलसिला थम नहीं रहा। राज्य के अक्सर रेड या गिरफ्तारी करने गई पुलिस और इसके अधिकारी बदमाशों के हत्थे चढ़ जाते हैं और मारपीट के साथ साथ जानलेवा हमले के शिकार बन जाते हैं। ऐसे में ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर का है। जहां जिले के साहेबगंज थाना क्षेत्र के नवलपुर गांव में उग्र ग्रामीणों ने सादे लिबास में शातिरों को पकड़ने गए दारोगा पुनीत कुमार पर जानलेवा हमला कर दिया। भीड़ ने उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और दो हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा लिया।
वहीं, इस घटना में दारोगा गंभीर रूप से जख्मी हो गए। आनन फानन में उन्हें साहेबगंज सीएचसी में भर्ती कराया गया। सरकारी अस्पताल में उनका इलाज कराया गया गया। घटना के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल को बुलाया गया। सर्च ऑपरेशन कर पुलिस ने छह युवकों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के वरीय अधिकारियों ने कहा है कि पुलिस पर हमले के आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बताया जाता है कि कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए दारोगा पुनीत कुमार अपनी टीम के साथ सादे लिबास में पहुंचे थे। दारोगा को ग्रामीणों ने चोर-चोर का हल्ला कर घेर लिया। इस बीच दारोगा ने दो हिस्ट्री शीटर को भी दबोच लिया था। जिन्हें ग्रामीणों ने पुलिस से मुक्त करा दिया। भीड़ से घिरे दारोगा को पूर्व मुखिया के बेटे ने बीच-बचाव कर निकाला।