बिहार के 1.90 लाख शिक्षकों का चार चरणों में तबादला होगा
पटना। शिक्षा विभाग ने तबादले के लिए शिक्षकों के आवेदनों को चार अलग-अलग श्रेणियों में बांटा है। इन श्रेणियों में आने वाले शिक्षकों का तबादला चार चरणों में क्रमवार किया जाएगा। सबसे पहले पहली श्रेणी के शिक्षकों का तबादला होगा, जिनमें असाध्य रोग, गंभीर बीमारी और विधवा आदि को रखा गया है।
पहली श्रेणी में भी पांच तरह के शिक्षकों को रखा गया है। इन पांचों में भी सबसे पहले नवंबर पर आने वाले अर्थात असाध्य रोग से ग्रसित शिक्षकों का तबादला होगा। फिर क्रमवार अन्य कोटि का होगा। पहली श्रेणी में पांच कोटि वाले शिक्षकों के बाद दूसरी, फिर तीसरी और सबसे अंत में चौथी श्रेणी के शिक्षकों का तबादला होगा।
शिक्षा विभाग के ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर कुल एक लाख 90 हजार 332 शिक्षकों ने आवेदन किया है। इसमें पहली श्रेणी में आने वाले शिक्षकों की संख्या 11 हजार 809 है। वहीं, दूसरी श्रेणी में 16 हजार 356 शिक्षक हैं। तीसरी और चौथी श्रेणी में सबसे अधिक एक लाख 62 हजार 167 शिक्षक हैं। विभाग ने शिक्षकों के आवेदनों की स्क्रूटनी के लिए 16 पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। कुल आवेदनों में पति-पत्नी के पदस्थापन के आधार पर 16,356, असाध्य रोग वाले 760, गंभीर बीमारी के कारण 2579, दिव्यांगता के आधार पर नियुक्त शिक्षक 5575, ऑटिज्म-मानसिक दिव्यांगता के आधार पर 1557 तथा विधावा व परितक्यता वाले 1338 शिक्षकों ने आवेदन किया है।
किस श्रेणी में कौन शिक्षक शामिल
असाध्य रोग (विभिन्न प्रकार के कैंसर), गंभीर बीमारी (किडनी रोग, हृदय रोग, लीवर रोग), दिव्यांगता के आधार पर स्वयं नियुक्त, ऑटिज्म-मानसिक दिव्यांगता तथा विधवा एवं परित्यक्ता शिक्षक पहले चरण की श्रेणी में आएंगे। वहीं, पति-पत्नी के पदस्थापन के आधार पर आवेदन करने वाले दूसरी श्रेणी में हैं। वहीं, ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापन की लंबी दूरी के कारण आवेदन देने वाली महिला शिक्षिका तीसरी श्रेणी और इस कारण ही आवेदन देने वाले पुरुष शिक्षक चौथी श्रेणी में रखे गये हैं।
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