आगरा के थाना अछनेरा क्षेत्र के रहने वाले विकास और उनकी पत्नी दीक्षा की हत्या राजस्थान के करौली में छोटी दिवाली पर हत्या कर दी गई। करौली पुलिस ने बृहस्पतिवार की शाम को मृतक दंपती के दो मोबाइल भी घटनास्थल के पास से बरामद किए।
हत्या में प्रयुक्त पिस्टल भी मामा चमन की निशानदेही पर बरामद की है। इस मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। बेटे-बहू की हत्या की साजिश मां ने रची थी। मामा ने अपने चालक के साथ दोहरे हत्याकांड को अंजाम दिया। मां अपने बहू-बेटे के चाल-चलन से परेशान थी। पुलिस ने मां, मामा, चालक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी करौली बृजेंद्र ज्योति उपाध्याय के मुताबिक, करौली जिले के मासलपुर थाना क्षेत्र में गांव भोजपुर के पास कार में 30 अक्तूबर की सुबह अछनेरा के गांव सांथा निवासी विकास सिसौदिया और उनकी पत्नी दीक्षा की कार में गोली मारकर हत्या की गई थी। 10 माह पहले दोनों की शादी हुई थी।
दोनों करौली माता का दर्शन करने के लिए अपने मामा रामबरन (निवासी सैपऊ के गांव ईंटकी) की कार मांगकर ले गए थे। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि विकास मंगलवार दोपहर घर से पत्नी के साथ निकला था। करौली पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले। कार में विकास का शव ड्राइविंग सीट व उनकी पत्नी का शव पिछली सीट पर मिला था। कार में 7.65 बोर के तीन खाली खोखे, एक .315 बोर का खोखा और कार के बाहर 7.65 बोर का एक कारतूस मिला था। कार में कैलादेवी भवन का प्रसाद भी रखा था। सीसीटीवी कैमरे में पति-पत्नी के साथ एक और युवक दिखाई दिया था। उसकी पहचान गांव ईंटकी (धौलपुर) निवासी चमन खान के रूप में हुई। परिजनों ने पुलिस को बताया कि चमन तीन-चार दिन से उनके घर ही रह रहा था। विकास को कार चलाना सिखा रहा था।
कार विकास के मामा रामबरन (ईंटकी, धौलपुर) की है। करौली पुलिस ने चमन से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसने और विकास के मामा रामबरन ने मिलकर हत्या की। चमन के बाद पुलिस ने विकास सिसौदिया के मामा रामबरन को हिरासत में लिया। उससे पूछताछ हुई तो शुरू में उसने खुद को निर्दोष बताया। पुलिस ने उससे कहा कि वह सीसीटीवी में आ गया है। सख्ती पर रामबरन टूट गया। बताया कि उसने ही भांजे और उसकी पत्नी को गोलियां मारी थीं। बहन ललिता उर्फ लालो (विकास की मां) ने ऐसा करने के लिए कहा था। करौली पुलिस ने अछनेरा के गांव सांथा में दबिश देकर विकास की मां को पकड़ा। मां के पकड़े जाते ही गांव में खलबली मच गई। मां ने ही बेटा और बहू को मरवा दिया। यह बात पहले तो लोगों को गले नहीं उतरी। पर, वजह पता चली तो होश उड़ गए।
गांववालों को भरोसा नहीं हो रहा है कि कोई मां भी ऐसा करवा सकती है। पुलिस ने ललिता उर्फ लालो से पूछा कि उसने सगे बेटे और बहू की हत्या के लिए साजिश क्यों रची। मां को कोई पछतावा नहीं था। परेशान सिर्फ इस बात से थी कि बेनकाब हो गई। मां ने पुलिस को बताया कि 10 माह पहले धूमधाम से बेटे की शादी की थी। बेटे का एक लड़की से अफेयर था। जैसे-तैसे सुंदर लड़की से शादी करवाई। बहू तो बेटे से भी एक कदम आगे निकली। बहू के भी विवाहेत्तर संबंध चल रहे थे।पता चली तो दोनों को समझाया। दोनों कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। यह बात गांव में पता चल जाती तो वे कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहते। समाज में भी बातें बननी लगी थीं। दूसरे बच्चों की शादियां नहीं हो पातीं। वह तो महीनों से घुट-घुटकर जी रही थी।