11वीं में मुलाकात हुई, बेस्ट फ्रेंड बने और पहली नजर में प्यार हुआ। करीब 10 साल दोनों की प्रेम कहानी चली। परिवार शादी के लिए नहीं माना, फिर भी लव मैरिज की, लेकिन अचानक इस प्रेम कहानी का अंत हो गया। 10 मिनट के अंदर दोनों लव बर्ड्स ने मौत को गले लगा लिया और दोनों लाश बन गए। पति ने घर में फंदा लगाया और पत्नी ने मायके में छत से कूदकर सुसाइड कर ली।
पति के दम तोड़ने की खबर जैसे ही पत्नी तक पहुंची, उसने भी मर जाना बेहतर समझा। मामला उत्तर प्रदेश का है। गोरखपुर और वाराणसी की घटनाएं हैं। मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में भी आया। मृतकों की पहचान MBA हरीश बागेश और फैशन फोटोग्राफर संचिता के रूप में हुई, जिन्होंने शादी के 2 साल बाद ही सुसाइड करके अपनी प्रेम कहानी का अंत कर दिया। पुलिस जांच में दोनों के सुसाइड करने की कई वजहें सामने आईं, जैसे…
ऐसे हुआ घटनाक्रम
पुलिस अधीक्षक केके बिश्नोई से मिली जानकारी के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। हरीश परिवार के साथ छोड़ने और मुंबई से नौकरी छोड़ने के बाद गोरखपुर में अपनी ससुराल में रह रहा था। संचिता भी बीमार थी तो उसका इलाज चल रहा था। अचानक हरीश ने पटना जाकर मां-बाप से मिलने का प्लान बनाया।
संचिता उसे रेलवे स्टेशन पर छोड़ने आई, लेकिन हरीश पटना जाने की बजाय वाराणसी पहुंच गया। यहां सारनाथ इलाके में होम स्टे में रुक गया। संचिता ने हरीश को फोन किया, लेकिन वह नहीं मिला तो उसने पटना फोन करके पूछा, लेकिन हरीश वहां नहीं पहुंचा। किसी अनहोनी की आशंका से परिवार किसी जानकार के जरिए उसका फोन ट्रेस करते हुए होम स्टे तक पहुंचा।
जहां हरीश फंदे से लटका मिला। परिजन उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। संचिता वाराणसी जाने के लिए निकलने वाली थी कि पति की मौत की खबर आ गई। पति की मौत का सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसने अपने घर की छत से छलांग लगाकर सुसाइड कर ली। संचिता के पिता गोरखपुर के मशहूर डॉक्टर राम शरण हैं।
सुसाइड करने की वजह तनाव
पुलिस अधीक्षक बिश्नोई के अनुसार, हरीश के सुसाइड करने की वजह तनाव था। तनाव भी उसे एक नहीं 3 कारणों से था। पहली वजह, हरीश ने परिवार की मर्जी के खिलाफ संचिता से शादी की थी। इसलिए परिवार ने उसका साथ छोड़ दिया था। इसलिए उसे सुसराल में रहना पड़ रहा था। शादी के बाद उसे नौकरी छोड़कर मुंबई से गोरखपुर आना पड़ा था। बेरोजगार होने के कारण भी वह परेशान था। संचिता के बीमार होने से वह इमोशनली टूट गया था। इन सभी कारणों से वह दबाव सह नहीं पाया और उसने मौत को गले लगा लिया।