भागलपुर। बाढ़ का असर अब बच्चों की पढ़ाई पर पड़ने लगा है। गंगा के जलस्तर में अचानक बढ़ोतरी होने से जिले के 11 प्रखंडों के 105 स्कूल बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। इस कारण इन स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था चौपट हो गई है। शिक्षा विभाग ने अगले आदेश तक इन स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है।
बताया गया कि गुरुवार सुबह तक सिर्फ 16 स्कूलों में बाढ़ का पानी प्रवेश किया था। लेकिन रात में अचानक गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने की वजह से 89 अन्य स्कूल इसकी चपेट में आ गए। विभाग की ओर से बताया गया कि इसमें नाथनगर प्रखंड के सर्वाधिक 28 स्कूल शामिल हैं।
सबौर के 12, रंगरा चौक के 11, सुल्तानगंज के 10, नगर निगम के चार, शाहकुंड के दो, इस्माईलपुर के 10, नारायणपुर के 10, गोपालपुर के 15, कहलगांव के दो और पीरपैंती के एक विद्यालय शामिल हैं। इन स्कूलों में प्रारंभिक विद्यालय से लेकर उच्च विद्यालय तक शामिल हैं।
जिला शिक्षा विभाग कार्यालय के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को हुए अर्धवार्षिक मूल्यांकन में 36 से अधिक स्कूलों में परीक्षा नहीं हो पाई। डीईओ राजकुमार शर्मा ने बताया कि बाढ़ का पानी जहां है, उस विद्यालय को दूसरे स्कूल से जोड़ा जा रहा है। ताकि छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं हो।