झारखंड में गुरुवार को हेमंत सोरेन के नए मंत्रिमंडल का गठन हुआ. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार 11 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई. इसमें झामुमो से सुदिव्य कुमार सोनू, चमरा लिंडा, हफीजुल हसन, रामदास सोरेन, दीपक बिरुवा, योगेंद्र प्रसाद ने शपथ ली.कांग्रेस से राधाकृष्ण किशोर, इरफान अंसारी, दीपिका पांडे और शिल्पी नेहा तिर्की मंत्री बने हैं. वहींआरजेडी से संजय प्रसाद यादव ने शपथ ली है.
सोरेन के 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद झामुमो के वरिष्ठ विधायक मरांडी को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था। झामुमो ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा और 34 सीटें जीतीं, जो विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा जीती गई अब तक की सबसे अधिक सीटें हैं। कांग्रेस को 16, राजद को 4 और भाकपा (माले) लिबरेशन को इंडिया ब्लॉक में 2 सीटें मिलीं। भाजपा ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा, 21 सीटें जीतीं और विधानसभा में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।
झामुमो के मंत्री
दीपक बिरुआ : दीपक बिरुआ चार बार विधायक रह चुके हैं। इस बार चाईबासा से विधायक चुने गए हैं.
हफीजुल हसन : हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हफीजुल हसन दूसरी बार मधुपुर से विधायक बने हैं।
रामदास सोरेन : रामदास सोरेन घाटशिला से विधायक बने हैं, उन्होंने चंपई सोरेन के बेटे बाबू लाल सोरेन को हराया था.
योगेंद्र प्रसाद : योगेन्द्र प्रसाद भारत के झारखण्ड राज्य की गोमिया सीट से 2014 से झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं।
सुदिव्य कुमार सोनू :सुदिव्य कुमार सोनू गिरिडीह से झामुमो के विधायक हैं।
चमरा लिंडा-: चमरा लिंडा बिशुनपुर से विधायक बने हैं।
कांग्रेस के मंत्री
राधा कृष्ण किशोर : इस बार पलामू के छतरपुर से विधानसभा चुनाव जीते हैं। अविभाजित बिहार में भी विधायक रहे हैं और SC समुदाय से आते हैं।
दीपिका पांडे सिंह : दीपिका पांडे सिंह गोड्डा जिले के महागामा से झारखंड विधान सभा की सदस्य चुनी गई हैं।
इरफान अंसारी : जामताड़ा से तीसरी बार विधायक बने हैं। उन्होंने सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन को हराकर चुनाव जीता है।
शिल्पी नेहा तिर्की : शिल्पी नेहा तिर्की रांची में मांडर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। दूसरी बार विधायक हैं। अपने पिता बंधु तिर्की को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अयोग्य ठहराए जाने के बाद चुनाव में जीत हासिल की थी।
राजद के मंत्री
संजय प्रसाद यादव: संजय प्रसाद यादव गोड्डा से तीन बार विधायक रहे हैं और लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं . शपथ के बाद संजय यादव ने कहा कि शपथ सत्यनिष्ठा और जनसेवा की !! आप सभी के साथ–साथ विशेष रूप से मेरे गोड्डा की भगवान रूपी जनता मालिक के अपार आशीर्वाद और असीमित स्नेह से आज झारखंड की विकास यात्रा अविरल बनाये रखने एवं चहुँमुखी विकास की शपथ ली।