रोहतास में 11 लोगों ने लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को भेजा शपथ पत्र
बंद हो चुके डालमियानगर के क्वार्टर को खाली कराने का आदेश पटना हाई कोर्ट ने दिया है। 30 अगस्त तक इसे खाली करने का निर्देश दिया गया है। जैसे-जैसे खाली करने का समय नजदीक आ रही है वैसे-वैसे लोगों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। जिन्दगी की अंतिम पड़ाव में पहुंच चुके 11 बुजुर्गों ने राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट से इच्छा मृत्यु की गुहार लगायी है। इसे लेकर 11 लोगों ने शपथ पत्र पुलिस-प्रशासन को भी सौंपा है।
हालांकि अभी तक किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। इच्छा मृत्यु की गुहार लगाने वालों में सुरेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, पारस दुबे, शिव कुमार सिंह, दूधनाथ सिंह, विमल प्रसाद, निर्मल कुमार, तारा देवी, रामाशंकर सिंह, रामदुलारी सिंह, किरण कुँवर और शशिभूषण प्रसाद श्रीवास्तव का नाम शामिल है। इन बुजुर्गों का कहना है कि 50 साल से वे लोग यहां पर रहते आ रहे हैं। इस क्वार्टर से कई यादे जुड़ी हुई है। अब जिन्दगी की अंतिम पड़ाव में उनसे उनका छत छिना जा रहा है।
इनका कहना है कि सड़क पर जिन्दगी गुजारने से अच्छा है कि उन्हें इच्छामृत्यु ही दे दी जाए। बता दें कि डालमियानगर में उद्योग समूह का 1400 क्वार्टर है। जिसे 30 अगस्त कर खाली करने का आदेश हाईकोर्ट ने दिया है। आवास बचाओं समिति के बैनर तले लोग लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। डालमिया नगर क्वार्टर खाली कराने को लेकर पिछले दिनों जन अधिकार पार्टी ने डेहरी बंद किया था।
इस दौरान पप्पू यादव ने कहा था कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। हम बड़े आंदोलन को तैयार हैं। पप्पू यादव ने कहा था कि डालमियानगर क्वार्टर को खाली कराया गया तो डेहरी का चमन बिखर जाएगा। उन्होंने बिहार सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही। यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने तक पदाधिकारी संयम बरते उतावलापन ना दिखाए।
पप्पू यादव ने कहा कि डेहरी में अब कही जमीन नहीं बची है। सब जमीन को औने पौने दाम में भू-माफिया को सरकार ने बेच दी है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब डेहरी का नाम एशिया में ऊंचा था। आज सारी एक्सप्रेस ट्रेन डेहरी में ही रुकती है। डेहरी की जिन्दगी को खत्म करने में लोग लगे हुए हैं। ऐसा हुआ तो डेहरी का चमन बिखर जाएगा।
पप्पू यादव ने कहा कि यहां के लोगों से हम यही अपील करेंगे की इसमें आप सब सहयोग कीजिए। सर्वोच्य न्यायालय के आदेश आने तक आप हमें मोहलत दीजिए। इस बीच भी यह बात हम सरकार के समक्ष रखेंगे। बातें नहीं सुनी गयी तब लोकतांत्रिक तरीके से हम अपनी बात रखेंगे। पदयात्रा करेंगे और अनशन पर बैठेंगे। यदि दो सितंबर को जबरन फिर क्वार्टर को तोड़ने की प्रक्रिया हुई तो हमलोगों के पास मरने के अलावे कोई रास्ता नहीं बचेगा।
बता दें कि 1400 क्वार्टर खाली किये जाएंगे इसे लेकर पप्पू यादव ने कहा कि यहां के पदाधिकारी और माफिया इतने बेचैन क्यों है। मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक पदाधिकारी संयम बरते। पप्पू यादव ने अधिकारी से कहा कि आप बार-बार क्वार्टर को खाली कराने जाते है क्या यह गहरी साजिश तो नहीं। उन्होंने कहा कि वर्षो से यहां काम करने वाले कर्मियों को वेतन तक नहीं दिया गया है। यहां के कर्मियों ने अपनी पूरी जिन्दगी दाव पर लगा दिया है। जिन कर्मचारियों का बकाया लंबित है उसका भुगतान सरकार से करने की मांग पप्पू यादव ने की।
डिहरी के डालमियानगर में बंद हो चुके रोहतास उद्योग समूह के आवासीय भवनों से हटाया जा रहा है। डालमियानगर का उद्योग बंद हो जाने के बाद उसके आवासीय क्वार्टर में रह रहे लोगों को उच्च न्यायालय ने 30 अगस्त तक सभी आवास खाली करने का निर्देश दिया। जिसके बाद लगभग 40 सालों से अधिक समय से रह रहे डेढ़ हजार से अधिक परिवार के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है।
1471 क्वार्टरो में करीब 5 हज़ार से अधिक लोग रहते हैं। ये लोग पिछले कई महीना से लगातार आंदोलन कर रहे हैं लेकिन अब जबकि 7 दिनों के अंदर उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार सभी को अपना-अपना क्वार्टर खाली करना है। ऐसे में लोगों की पीड़ा सुननें जाप नेता व पूर्व सांसद पप्पू यादव बीते दिनों डालमियानगर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मानवता के आधार पर सरकार को मामले में कुछ ना कुछ व्यवस्था करनी चाहिए।
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