लखीसराय में शहर के मुख्य सड़क के समानांतर एवं किऊल रोड के किनारे मरीन ड्राइव निर्माण में एक बड़ी राशि की स्वीकृति ने जन प्रतिनिधियों के सामने असमंजस की स्थिति उत्पन्न कर दी है. शहर के मुख्य सड़क के पूरब साइड व किऊल नदी के किनारे मरीन ड्राइव निर्माण के लिए वार्ड पार्षद सह भाजपा के जिला उपाध्यक्ष गौतम कुमार ने उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिंह को 21 मार्च 2024 को एक आवेदन देकर प्रस्ताव रखा था. जिसमें कहा गया था कि शहर की जाम की स्थिति से सभी लोग अवगत है।
शहर को नहीं मिल रही जाम से मुक्ति
जाम की स्थिति से निपटने के लिए कई उपाय भी किये गये हैं, लेकिन शहर के लोगों को जाम से मुक्ति नहीं मिल रही है. इसके लिए किऊल नदी के किनारे विद्यापीठ चौक से लेकर जमुई मोड तक एक मरीन ड्राइव निर्माण कराया जाय, जिससे कि लोगों को जाम की स्थिति से मुक्ति मिल सके इसके लिए उपमुख्यमंत्री के यहां बैठे पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता से जब उप मुख्यमंत्री ने जानकारी ली, तो कार्यपालक अभियंता ने 12 सौ करोड़ रुपये खर्च होने की बात बतायी. जिस पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके द्वारा कोशिश की जायेगी।
शहर में मरीन ड्राइव के निर्माण की 20 वर्ष से उठ रही मांग
शहर में जाम से मुक्ति के लिए मरीन ड्राइव की 20 वर्ष पूर्व से मांग उठायी जा रही है. मरीन ड्राइव निर्माण के लिए बाइपास बनने से पूर्व ही उठाया जा रहा है. 20 वर्ष पूर्व मरीन ड्राइव के निर्माण के लिए डीएम के यहां भी प्रपोजल रखा गया था. जिसके बाद तत्कालीन डीएम के द्वारा उक्त प्रपोजल को राज्य मुख्यालय को भेजने की बात कही गयी थी, लेकिन बड़ी राशि खर्च होने के लेकर इस प्रस्ताव को किसी के द्वारा पास नहीं कराया गया. मरीन ड्राइव का निर्माण हो जाने से शहर की सुंदरता के साथ-साथ जाम की स्थिति से काफी फायदा पहुंचेगा।
नगर सभापति ने भी मरीन ड्राइव निर्माण को लेकर भेजा प्रस्ताव
विद्यापीठ चौक से जमुई मोड़ तक मरीन ड्राइव में एक भारी राशि खर्च होने के बात सामने आने के बाद नगर सभापति अरविंद पासवान में इसे शॉर्ट कट में लोहरपट्टी से कवैया तक कराने के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा है. सबसे पहले मरीन ड्राइव निर्माण के लिए नगर परिषद के बोर्ड की बैठक में पास कराया गया. इसके बाद इसे नगर विकास आवास विभाग को भेजा है।
बोले सभापति
सभापति अरविंद पासवान ने बताया कि मरीन ड्राइव निर्माण के लिए उनके यहां एक अरसे से मांग उठ रही है. मरीन ड्राइव निर्माण के लिए बोर्ड की बैठक में पास कराया गया. इसके बाद इस प्रस्ताव को नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया है. उन्होंने बताया कि मरीन ड्राइव निर्माण के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग को रिमाइंडर भी किया गया है. उनके द्वारा पूरी कोशिश की जा रही है कि शहर के किऊल नदी किनारे मरीन ड्राइव का निर्माण कराया जाय।