बिहार में इस बार होली का त्योहार प्रायः शांतिपूर्ण रहा, लेकिन पुलिस पर हमलों की घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी। राज्यभर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और दंडाधिकारियों की तैनाती की गई थी। पुलिस मुख्यालय ने त्योहार के दौरान स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) ने बताया कि इस दौरान दो अलग-अलग समुदायों के बीच 11 घटनाएँ दर्ज की गईं, जिनमें 14 लोग घायल हुए। वहीं, एक ही समुदाय की दो जातियों के बीच दो घटनाएँ घटीं, जिनमें 26 लोग घायल हुए और 3 लोगों को हिरासत में लिया गया।
सबसे गंभीर बात यह रही कि होली के दौरान राज्य में पुलिस पर हमले के 12 मामले सामने आए। अररिया और मुंगेर में कार्रवाई के दौरान दो ASI शहीद हो गए, जबकि 27 पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार किया है और 4 को डिटेन किया गया है। एडीजी ने कहा कि अररिया, मुंगेर, पटना, भागलपुर, जहानाबाद, मधुबनी, नवादा और समस्तीपुर में पुलिस टीमों पर हमले हुए।
राज्य में आपातकालीन सेवा डायल 112 (ERSS) भी पूरी तरह सक्रिय रही। 14 और 15 मार्च को होली के दौरान डायल 112 को कुल 1,24,039 कॉल प्राप्त हुए और हजारों घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई की गई। पुलिस का औसत रिस्पांस टाइम 14 से 15 मिनट के बीच रहा, जिससे आपात स्थिति में तेजी से मदद पहुंचाई जा सकी।
Discover more from Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts sent to your email.