जीएसटी (वस्तु व सेवाकर) के माध्यम से अगस्त में सरकारी खजाने में कुल 1491 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में आठ प्रतिशत अधिक कर संग्रह किया गया है। अगस्त, 2023 में राज्य में 1379 करोड़ रुपये जीएसटी के माध्यम से संग्रह किया गया था।
वाणिज्य कर विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह राज्य में इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) की बेहतर निगरानी और कर चोरी रोकने के लिए लगातार की जा रही कार्रवाई का परिणाम है। राष्ट्रीय स्तर पर समान अवधि में राष्ट्रीय स्तर पर जीएसटी संग्रह में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इसका आंकड़ा 1.75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। हालांकि, पिछले वर्ष जुलाई की तुलना में यह आंकड़ा कुछ कम है। अगस्त में 1,74,962 करोड़ रुपये जीएसटी की वसूली हुई है, जबकि जुलाई में यह राशि 1.82 लाख करोड़ रुपये थी। बिहार में जुलाई में 1569 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी, जो पिछले वर्ष जुलाई में हुए संग्रहण की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक है। जुलाई, 2023 में यह राशि 1488 करोड़ रुपये थी।
बिहार के तीन पड़ोसी राज्य झारखंड, बंगाल और उत्तर प्रदेश में तुलनात्मक रूप से अगस्त में बिहार से आगे एकमात्र उत्तर प्रदेश रहा। जहां बिहार से अधिक जीएसटी की वसूली की गयी। वहां 11 प्रतिशत अधिक जीएसटी का संग्रह हुआ। हालांकि, संख्या में यह धनराशि बिहार से लगभग छह गुना अधिक है। उत्तर प्रदेश में अगस्त में 8269 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली गई। वहीं, पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में बंगाल में छह प्रतिशत और झारखंड में पांच प्रतिशत अधिक जीएसटी वसूली हुई। बंगाल में 5077 करोड़ एवं झारखंड में 2850 करोड़ रुपये जीएसटी के रूप में प्राप्त हुए। राशि के आधार पर ये दोनों राज्य भी बिहार से आगे रहे, लेकिन कर संग्रह की वसूली के प्रतिशत में बिहार इन दोनों राज्यों से आगे है।