-15 डिग्री तापमान, सड़कों पर पानी बन गया बर्फ, फिर भी गाड़ी से निकले सफर पर; जानें क्या हुआ

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हिमाचल प्रदेश में जबरदस्त कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हिमाचल के कई जिलों में तापमान शून्य से नीचे चला गया है। फ्रीजिंग टैंप्रेचर के चलते लाहौल स्पीति जिले में नदी नाले जमकर बर्फ हो चुके हैं। सड़कों पर पानी बहते-बहते मानो ठहर सा गया गया है। पूरी घाटी का तापमान माइनस 15 डिग्री से भी नीचे लुढ़क गया है। ऐसे में सड़क पर जमा हुआ पानी सीसे की तरह सख्त और फिसलन भरा है। इस इलाके की ज्यादातर सड़कें 15 नवंबर के बाद आधिकारिक तौर पर बंद हैं। इसके बावजूद बहुत सारे पर्यटक जान जोखिम में डालकर बर्फबारी का मजा लेने पहुंच रहे हैं।

फंसे पर्यटकों को बचाया गया

मिली जानकारी के अनुसार, लाहौल स्पीति और बर्फबारी का लुफ्त उठाने आए कई पर्यटक फंस गए। स्पीति के काजा मनाली मार्ग पर दो दिन से फंसे पांच पर्यटकों को प्रशासन ने स्थानीय युवकों की मदद से रेस्क्यू कर लिया।  प्रशासन को सूचना मिली थी कि 17 दिसंबर 2023 को एक फॉर्च्यूनर गाड़ी लोसर से मनाली के लिए निकली है। स्थानीय लोगों ने गाड़ी पर सवार लोगों को वहां जाने से रोकने का प्रयास भी किया लेकिन फिर भी वे निकल गए। अगले दिन जब प्रशासन को पर्यटकों के परिजनों ने संपर्क किया तो पूरी जानकारी दी। इसके बाद डीएम ने स्पीति और केलॉग दोनों ओर से रेस्क्यू टीम भेजने का फैसला किया।

दो पर्यटकों की तबीयत हो गई थी खराब

18 दिसंबर को स्पीति की ओर से गई रेस्क्यू टीम कुंजम टॉप से तीन किलोमीटर ही पीछे तक ही जा पाई। बर्फ अधिक होने के कारण गाडियां फंस रही थी।  रेस्क्यू टीम में स्थानीय प्रशासन, आईटीबीपी, बीआरओ,लोक निर्माण विभाग, वन विभाग ,पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर पर्यटकों को बाहर निकालने की कोशिश की। रेस्क्यू अभियान के पहले दिन टीम को आधे रास्ते से वापस आना पड़ा। फिर टीम लोसर विश्राम गृह में रुकी। मंगलवार सुबह 10 गाड़ियों के साथ रेस्क्यू टीम फिर से बातल के लिए निकली। करीब  दोपहर ढाई बजे टीम बातल रेस्ट हाऊस में पहुंची जहां पर पांचों पर्यटक रुके हुए थे।  बातल से करीब दस किलोमीटर दूर चढ़ाई में इन पर्यटकों को गाड़ी बर्फ के कारण फिसल का लटक गई थी और यह पांचों फंस गए थे।  17 दिसंबर रात को इनमें से दो पर्यटकों की स्वास्थ्य काफी खराब हो गया था।

सभी को किया गया रेस्क्यू

जब इन लोगों की गाड़ी फंस गई तो तीन  दोस्त पैदल छतडू तक मदद मांगने गए लेकिन इन्हें कोई मदद नहीं मिली और थक हार कर वापस आ गए। फिर इन्होंने फैसला किया कि बातल में बंद पड़े रेस्ट हाउस में ताला तोड़ कर रात के ठरहने का इंतजाम करते है और फिर पांचों रेस्ट हाउस पहुंचे। इसी बीच प्रशासन को पांच लोगों के फंसे होनी की सूचना मिल चुकी थी। काजा की टीम पहले पहुंच गई और सभी को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया।

इन्हें किया गया रेस्क्यू

फॉर्च्यूनर गाड़ी चालक, यश ढींगरा, सेंट्रल दिल्ली, आयुष पांघल और अंश भारती को  रेस्क्यू किया गया। इसके अलावा एक शख्स और एक शिमला का रहने वाला था। रेस्क्यू किए सभी लोगों ने प्रदेश सरकार  मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू जिला लाहुल स्पीति प्रशासन और स्थानीय लोगों का रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए दिल से आभार व्यक्त किया है।

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