भागलपुर शहर में रोजाना लगभग लगभग 15 हजार वाहन चालक ट्रैफिक नियमों को तोड़ रहे हैं। यह आंकड़ा 235 करोड़ की लागत से कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का है जो अभी डेमो कार्य ही कर रहा है। इस कारण नियम तोड़ने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है। कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का निर्माण तो हो गया है लेकिन लेकिन अभी तक इससे न तो से पूरे शहर की ट्रैफिक को रेगुलेट किया जा रहा है न ही ऑनलाइन चालान की व्यवस्था हुई है।
ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों पर शिकंजा कसने के लिए कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से कैमरा बेस्ड ऑनलाइन चालान की व्यवस्था की गई है लेकिन अभी तक इस व्यवस्था को लागू नहीं किया गया है। व्यवस्था को लागू करने से पहले संबंधित एजेंसी ने स्मार्ट सिटी कंपनी के माध्यम से परिवहन विभाग से एनओसी की मांग की।
इसके जवाब में परिवहन विभाग ने प्रशासन के माध्यम से सवालों की पूरी फेहरिश्त भेज दी। स्मार्ट सिटी कंपनी के टेक्निकल मैनेजर सह पीआरओ पंकज कुमार ने बताया कि ई-चालान के लिए सिस्टम पूरी तरह से तैयार हो गया है। इसमें परिवहन विभाग के डेटा का भी इस्तेमाल होना है, इसलिए एनओसी की प्रक्रिया चल रही है।