भागलपुर। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईर्डीएआई) ने भागलपुर के 18 समेत सूबे के करीब 90 प्रतिशत आधार केंद्र को ब्लैक लिस्टेड कर दिया। इस कारण अब जिले के सरकारी व निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले करीब 61000 विद्यार्थियों समेत प्रदेश के लाखों बच्चों का आधार कार्ड विभाग द्वारा निर्धारित 15 नवंबर तक की अवधि में नहीं बन पाएंगे। इस कारण इन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, भागलपुर समेत पूरे प्रदेश में आधार कार्ड अपडेशन को लेकर चल रही मॉनिटरिंग में स्कूलों में बने इन आधार केन्द्रों में ऑपरेटर के माध्यम से आधार कार्ड अपडेशन में गलत किये जाने की सूचना लगातार यूआईडीएआई को मिल रही थी। इसके बाद यूआईडीएआई ने यह निर्णय लिया है। गौरतलब है कि जिला शिक्षा विभाग की ओर से जिले के 16 प्रखंडों में 32 आधार केंद्र खोले गए थे। इनमें से 22 अब ब्लैकलिस्टेड हो गए हैं। वहीं सूचना है कि बाकी बचे 10 आधार सेंटर भी दो से तीन दिनों में बंद कर दिये जाएंगे।
स्कूलों में बनाए गए आधार कार्ड सेंटर बंद होने से बिना आधार कार्ड बाले छात्रों को काफी परेशानी होगी। दरअसल, इन बच्चों को ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर आधार कार्ड अपलोड करना है। जबकि करीब तीन महीने पहले भी यूआईडीएआइई ने जिले के 4 समेत कुल 87 स्कूलों में चल रहे आधार कार्ड केन्द्रों को बंद कर दिया था। स्कूलों में बने आधार कार्ड केन्द्र बंद होने के बाद सोमवार को आधार केन्द्रों के कई ऑपरेटर लैपटॉप जमा करने के लिए जिला शिक्षा विभाग कार्यालय पहुंचे थे। जिला शिक्षा विभाग के अनुसार स्कूलों में बने इन आधार केन्द्रों के बंद होने के बाबत कोई पत्र नहीं मिला है।
केंद्रों से रिपोर्ट मांगी
सूचना है कि अब भागलपुर समेत पूरे प्रदेश में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की ओर से चयनित एजेंसी केन्द्रीयकृत तरीके से बच्चों का आधार कार्ड बनाएगी। इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है।
इस बाबत जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (एसएसए) डॉ. जमाल मुस्तफा ने बताया कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। जिले के स्कूलों में संचालित आधार कार्ड केन्द्रों की रिपोर्ट मांगी गई है।