रविवार यानी आज से देश के सभी वयस्क कोविड -19 के खिलाफ बूस्टर वैक्सीन खुराक पाने के पात्र हैं। केंद्र सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में इसकी घोषणा की थी। भारत में कोरोना वायरस को नए सब वैरिएंट एक्सई के मामले मिलने के बीच इसकी घोषणा की गई। इससे पहले केवल स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग ही तीसरी खुराक के लिए पात्र थे।
आपको बता दें कि निजी टीकाकरण केंद्रों पर सभी वयस्कों के लिए कोविड -19 एहतियात खुराक यानी बूस्टर डोज उपलब्ध होंगे। इस बीच सरकारी केंद्रों पर सरकार का मुफ्त टीकाकरण अभियान जारी रहेगा। यहां पहली और दूसरी खुराक पा चुके बुजुर्गों, फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों को बूस्टर डोज दिए जाएंगे।
बूस्टर डोज में कौन सी वैक्सीन?
बूस्टर डोज के लिए आपको वही टीका लगाया जाएगा जो आपने अपनी पहली और दूसरी खुराक के तौर पर ली है। उदाहरण के लिए, यदि आपको अपनी पहली और दूसरी खुराक के समय कोविशील्ड दिया गया था, तो आपको कोविशील्ड का ही बूस्टर डोज दिया जाएगा।
क्या होगी इसकी कीमत?
हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों को छोड़कर बाकी लोगों को कोविड -19 एहतियाती खुराक के लिए भुगतान करना होगा। यह निजी टीकाकरण केंद्रों पर दिया जाएगा। शनिवार को यह घोषणा की गई थी कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड और भारत बायोटेक के कोवैक्सिन की एक खुराक की कीमत अब निजी अस्पतालों को 225 रुपये होगी। पहलेयह क्रमशः 600 रुपये और 1,200 रुपये प्रति खुराक थी।
कैसे बुक करें
केंद्र सरकार ने शनिवार को स्पष्ट किया कि कोविद -19 वैक्सीन की एहतियाती खुराक के लिए वैक्सीन लाभार्थियों को CoWIN पोर्टल पर फिर से पंजीकरण करने की आवश्यकता नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सभी लाभार्थी पहले से ही CoWIN पर पंजीकृत हैं।
अपना कोविड -19 एहतियाती खुराक स्लॉट बुक करने के लिए, आपको बस अपने पूर्व-पंजीकृत मोबाइल नंबर के साथ CoWIN पोर्टल पर लॉग इन करना होगा। उसी तरह एक स्लॉट बुक करना होगा जैसे पहली और दूसरी खुराक के समय किया गया था। आप अपने निकटतम टीकाकरण केंद्र का चयन कर सकते हैं और पोर्टल पर सुविधाजनक तिथि और समय बुक कर सकते हैं। आप पहले से ऑनलाइन स्लॉट बुक करने के बजाय वॉक-इन पंजीकरण का विकल्प चुन सकते हैं। लेकिन सुनिश्चित करें कि आप पहले एहतियाती खुराक के लिए पात्र हैं।
भारत में बूस्टर खुराक
स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को देश भर में 2.4 करोड़ से अधिक एहतियाती खुराक पहले ही दी जा चुकी हैं।