गुजरात और बिहार के बाद अब आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। राज्य में भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं। हैदराबाद समेत कई बड़े शहरों में सड़कें झील बन चुकी हैं। दोनों राज्यों में बाढ़ से 19 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। वहीं 17 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। प्रशासन ने स्कूल बंद करने के आदेश दे दिए हैं। भारतीय रेलवे ने भी दोनों राज्यों से होकर गुजरने वाली 140 ट्रेनें रद्द कर दी हैं।
पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से फोन पर बात करके स्थिति का जायजा लिया है। पीएम मोदी ने दोनों राज्यों को हर मुमकिन मदद का भरोसा जताया है। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने भी दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से बातचीत की है।
6000 हजार लोग स्टेशनों पर फंसे
दक्षिण मध्य रेलवे ने 140 ट्रेनों को रद्द करने का ऐलान किया है। वहीं 97 ट्रेनों के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो 6000 से ज्यादा पैसेंजर्स आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग स्टेशनों पर फंस गए हैं। बचाव टीमों ने बाढ़ की चपेट में आने वाले 17000 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। विजयवाड़ा में बाढ़ का कहर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। ढाई लाख से ज्यादा लोग यहां बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
IMD ने जारी किया 4 दिन का अलर्ट
बता दें कि हैदराबाद में बीती रात से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। इसके कारण पूरे शहर में लबालब पानी भर गया है। मौसम विभाग ने पहले ही हैदराबाद में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था। ऐसे में आज यानी 2 सितंबर को शहर के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। बाढ़ के कारण स्थिति काफी खराब है। सड़कें डूबने की वजह से कई जगहों के संपर्क टूट चुके हैं। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना बॉर्डर के पास मौजूद ब्रिज भी बाढ़ के पानी से टूट गया है। दोनों राज्यों के नेशनल हाइवे पर भी भयंकर ट्रैफिक देखने को मिल रहा है।
IT कपंनी भी बंद
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार आंध्र प्रदेश में 2 सितंबर से 5 सितंबर तक यानी अगले 4 दिन लगातार आंधी-तूफान और गर्जन के साथ तेज बारिश के आसार हैं। तेलंगाना में भी कुछ इसी तरह के हालात रहने वाले हैं। हैदराबाद में बाढ़ के कारण ना सिर्फ स्कूल बंद कर दिए गए हैं बल्कि IT कपंनी में काम करने वाले लोगों को भी वर्क फ्रॉम होम दे दिया गया है।