परिवहन विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है. सिपाही से लेकर आरटीओ तक भ्रष्टाचार कर अकूत संपत्ति अर्जित कर रहे हैं. परिवहन के क्षेत्र में न सिर्फ बिहार बल्कि अन्य राज्यों में भ्रष्ट अफसर-सिपाही धनकुबेर बन बैठे हैं. जिस सरकारी सेवक के ठिकानों पर जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही, वो अकूत संपत्ति का मालिक निकल रहा. अब जरा देखिए…परिवहन का पूर्व सिपाही के घर जब छापेमारी हुई तो 2.5 करोड़ रू और चालीस किलो चांदी मिला. यह देख जांच एजेंसियों के होश उड़ गए। बिहार में भी परिवहन विभाग के कई सरकारी सेवक अकूत संपत्ति के मालिक निकले हैं. कई डीटीओ-एमवीआई-परिवहन दारोगा के खिलाफ निगरानी की कार्रवाई हुई है, हालांकि कई ऐसे भी हैं जो अब तक बचे हुए हैं.
पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर पर छापेमारी
खबर, भोपाल से आ रही है, जहां आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर लोकायुक्त ने पूर्व आरटीओ कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर पर छापेमारी की. 19 दिसंबर की सुबह सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर छापेमारी शुरू हुई। रेड में लगभग ढाई करोड़ रुपये और 40 किलो के लगभग चांदी मिली है. साथ ही अन्य ज्वेलरी और प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं, सौरभ पर नाका में पोस्टिंग के लिए दलाली का आरोप है. जानकारी के अनुसार, सौरभ शर्मा की अरेरा कॉलोनी स्थित जी कोठी में रेड डाली गई. लोकायुक्त की कार्रवाई के समय शर्मा की मां और एक नौकर घर में मौजूद था.
12 साल की नौकरी में करोड़ों की संपत्ति बना ली थी’
बताया जाता है कि शर्मा के पिता परिवहन विभाग में नौकरी करते थे. उनकी जगह ही इसे संविदा नियुक्ति मिली थी, जहां उसने 12 साल नौकरी करने के बाद वीआरएस ले लिया था. शर्मा ने 12 साल की नौकरी में करोड़ों की संपत्ति बना ली थी, और उसके होटल और स्कूल बिजनेस में भी निवेश की बातें सामने आई हैं.
बरामदगी के बारे में कुछ भी बताने से इनकार
लोकायुक्त के डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने बताया लोकायुक्त को शर्मा की आय से अधिक संपत्ति के मामले में शिकायत मिली थी, जिसके चलते यह कार्रवाई की जा रही है, हालांकि उन्होंने कुल बरामदगी के बारे में कुछ भी बताने से इनकार किया . बताया जा रहा है कि शर्मा 1 साल पहले वीआरएस लेने के बाद अब रियल एस्टेट बिजनेस में काम कर रहा है.