बांका टाउन थाना क्षेत्र की जमुआ पंचायत के मदौड़ा गांव में आग लगने से दो सगे भाइयों की जिंदा जलकर मौत हो गई. मंगलवार (26 दिसंबर) की अहले सुबह यह हादसा हुआ है. मरने वालों में बसंत पंडित का पुत्र कृष्णा कुमार और अंगद कुमार शामिल हैं. घटना की जानकारी मिलते ही बांका सीओ अमित कुमार रंजन और टाउन थानाध्यक्ष राकेश कुमार मौके पर पहुंचे. दोनों बच्चों के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया.
कैसे हुई घटना?
बताया जा रहा है बच्चों के माता-पिता अपने खेत में अहले सुबह पटवन करने चले गए थे. इसी दौरान खेत के पास में ही बनी झोपड़ी में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई. धुएं का गुबार निकलता देख वे लोग पहुंचे तब तक दोनों बच्चे झुलस गए थे. झोपड़ी के पास परिजनों का ई-रिक्शा था वह भी जल गया. माता-पिता थोड़े जख्मी हुए हैं. एक बच्चे की उम्र करीब आठ साल और दूसरे बच्चे की उम्र तीन साल के आसपास होगी.
दो बेटों की मौत… अब एक बेटी बची सहारा
पीड़ित परिजनों ने बताया कि अब उनके जीने का सहारा उनकी एक मात्र 4 वर्षीय पुत्री नेहा कुमारी रह गई है. वहीं जमुआ पंचायत के मुखिया केडी सिंह ने बताया कि परिवार गरीब है. ई-रिक्शा और खेती से परिवार का भरण-पोषण होता था. बसंत पंडित के पिता धनेशर पंडित की भूमि विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पिता के चले जाने के बाद बसंत मेहनत-मजदूरी कर घर चलाता था. एक साथ दो पुत्रों की मौत के बाद उस पर गमों का पहाड़ टूट पड़ा है.
शॉर्ट सर्किट हो सकता है आग लगने का कारण
इधर अंचलाधिकारी अमित रंजन ने बताया कि घटना काफी मर्माहत करने वाली है. पीड़ित परिवार को हर संभव सरकारी मदद दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. बांका एसडीपीओ बिपिन बिहारी ने बताया कि मृतक के परिजनों के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है. पीड़ित परिवार के झोपड़ीनुमा घर में ई-रिक्शा भी चार्ज में लगा था. संभवतः ई-रिक्शा के चार्जर में शॉर्ट-सर्किट होने की वजह से झोपड़ी में आग लग गई होगी.