नासा के पर्सीवरेंस रोवर ने मंगल ग्रह पर दो किलोमीटर ऊंचे ‘शैतान’ की एक आश्चर्यजनक तस्वीर खींची है। कहा जा रहा है कि ये विस्मयकारी दृश्य, जेज़ेरो क्रेटर के रोवर के वायुमंडलीय अन्वेषण (Atmospheric Exploration) के हिस्से के रूप में देखा गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, छह पहियों वाले भूविज्ञानी रोबोट ने ‘धूल के शैतान’ यानी बवंडर के बारे में जानकारी जुटाई। बताया गया कि ‘धूल का शैतान’ 30 अगस्त को थोरोफेयर रिज के साथ लगभग 19 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पूर्व से पश्चिम तक फैले मंगल ग्रह पर देखा गया।
बताया गया कि पृथ्वी के बवंडरों के विपरीत, मंगल ग्रह के ‘धूल के शैतान’ बहुत कमजोर होते हैं, लेकिन ये काफी बड़े होते हैं। इस तरह के ‘धूल के शैतान’ मंगल ग्रह के वातावरण की जटिलताओं को समझने में जुटे वैज्ञानिकों के लिए रिसर्च का महत्वपूर्ण विषय बनते हैं।
जानकारी के मुताबिक, मंगल ग्रह पर बवंडर तब बनते हैं, जब गर्म हवा ऊपर उठती है और उतरती ठंडी हवा के साथ मिलती है। पृथ्वी के बवंडरों की तुलना में अपनी कमजोर नेचर के बावजूद, ये मंगल ग्रह के बवंडर असाधारण ऊंचाई तक बढ़ सकते हैं।
पृथ्वी के बवंडर के मुकाबले मंगल के बवंडर बड़े होते हैं
नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) ने बताया कि मंगल ग्रह पर धूल को हटाने के लिए बवंडर काफी जरूरी होता है। इन घटनाओं का अध्ययन करके, वैज्ञानिक मंगल ग्रह की जलवायु और वायुमंडलीय प्रक्रियाओं की जानकारी जुटाते हैं।
कहा गया कि मंगल ग्रह के बवंडर पृथ्वी पर पाए जाने वाले बवंडरों की तुलना में बहुत बड़े हो सकते हैं। मंगल ग्रह पर ये बवंडर वसंत और गर्मियों के महीनों के दौरान सबसे ज्यादा उठते हैं। हालांकि, ये बवंडर कहां उठेंगे, इस बारे में वैज्ञानिक भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं। इसलिए नासा मार्स रोवर क्यूरियोसिटी नियमित रूप से ऐसे बवंडर के लिए सभी दिशाओं में निगरानी करते हैं।