धनतेरस पर भागलपुर में 200 करोड़ का कारोबार
धनतेरस पर मंगलवार को बाजार गुलजार रहा। इस दौरान सोना-चांदी, वाहनों और शेयर बाजार में अधिक रुपये निवेश किये गये। बाजार की दुकानों व शोरूमों से लेकर मॉल में देर रात तक लोगों ने खरीदारी की। हालांकि बाजार में जितनी धनवर्षा की उम्मीद थी, उतनी नहीं हो सकी।
आर्थिक मामलों के जानकार सीए प्रदीप कुमार झुनझुनवाला ने बताया कि धनतेरस को लेकर बाजार में सोना-चांदी, शेयर बाजार व दो पहिया वाहनों की मांग अधिक रही। इस साल किसानों के फसल क्षति होने व ऑनलाइन बाजार के कारण स्थानीय व्यापार प्रभावित हुआ। यहां मुश्किल से दो सौ करोड़ का कारोबार हुआ। हालांकि उम्मीद 350 करोड़ की थी, जो नहीं हो सका। वर्ष 2023 में धनतेरस पर 375 करोड़ का कारोबार हुआ था। उन्होंने बताया कि धनतेरस के दिन 10 करोड़ से अधिक निवेश शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में लोगों ने की। डीएन सिंह रोड स्थित एक ब्रांडेड ज्वेलरी शोरूम के आर्नर नवीन जैन ने बताया कि धनतेरस पर मुंगेर, कटिहार, बांका, गोड्डा, कहलगांव, पुनसिया आदि दूरदराज के क्षेत्र से आए ग्राहकों ने ज्वेलरी खरीदे। वहीं पटल बाबू रोड स्थित एक ज्वेलरी शोरूम के स्टोर मैनेजर अमित तिवारी ने बताया कि शादी-विवाह के कारण सोने के ज्वेलरी की मांग रही। इनारा चौक के एक ज्वेलरी शोरूम के ऑनर विशाल आनंद ने बताया कि धनतेरस पर ऑफर व गिफ्ट के कारण कई लोगों ने शादियों के जेवर की बुकिंग अभी ही करा ली है। धनतेरस पर ऑटोमोबाइल सेक्टर ही ऐसा रहा, जहां उम्मीद के मुताबिक लोगों ने वाहन की खरीदारी की। दो पहिया वाहन शोरूम के महाप्रबंधक कन्हैया लाल ने बताया कि धनतेरस पर दो पहिया वाहनों की अच्छी बिक्री हुई। वहीं सबौर के सुमित ने बताया कि उन्होंने मोटरसाइकिल की बुकिंग कुछ दिन पहले ही की थी, जिसकी डिलेवरी धनतेरस के दिन ली गयी। उधर, एक तीनपहिया व चारपहिया वाहन शोरूम के एमडी राजेश संथालिया ने बताया कि उनके यहां 110 तीन व चार पहिया वाहनों की बिक्री हुई। अन्य शोरूमों को मिला दें तो इसकी बिक्री की संख्या दो सौ के आसपास रही। जानकार बताते हैं कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में 25 करोड़ के आसपास कारोबार हुआ। भागलपुर कम्यूटर एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष मनीष बुचासिया ने बताया कि धनतेरस पर ऑनलाइन बाजार पूरी तरह हावी रहा। इस कारण बाजार 50 प्रतिशत भी नहीं हुआ। ग्राहकों ने लैपटॉप, डेस्कटॉप, टेबलेट, प्रिंटर, एक्सेसरीज तो खरीदारी। लेकिन उम्मीद के विपरीत बिक्री हुई। उन्होंने बताया कि अब धनतेरस को सोच-समझकर अब माल का स्टॉक करना होगा। बाजार में व्यापारियों को निराशा ही हाथ लगी। वेरायटी चौक स्थित एक मिठाई कारोबारी बलराम झुनझुनवाला ने बताया कि भागलपुर की मिठाई का स्वाद बिहार व झारखंड के कई जिलों के लोगों ने चखा। इस बार शुगर फ्री मिठाई, ड्राइफूट्स पैकेट, स्पेशल मेवा मोदक सहित कई तरह की मिठाइयां बिकी। सोनापट्टी के ज्वेलरी कारोबारी राज सोनी ने बताया कि धनतेसर के दिन कई ग्राहकों ने चांदी के सिक्के खरीदे। जॉर्ज पंचम और रानी विक्टोरिया के पुराने सिक्के की कीमत 1350 रुपये थी। जबकि लक्ष्मी-गणेश के सिक्के की कीमत 1000 से 1100 में बिकी। उधर, गणेश-लक्ष्मी की मूर्ति 200 से 1500 रुपये तक बिक रही थी। मोर का पंख 10 रुपये में बिक रहा था। वेरायटी चौक के पास पूजन सामग्री व मिट्टी के सामग्री बेच रहे साजन कुमार ने बताया कि कौड़ी पांच रुपये पीस, कमलगट्टा पांच रुपये पीस, धनिया 10 रुपये, चावल पांच रुपये, काला तिल पांच रुपये, हल्दी 10 रुपये, धान 10 रुपये, सिंदूर 10 रुपये, चीनी का खिलौना 30 रुपये 250 ग्राम, लाय 20 रुपये 250 ग्राम, लावा 100 ग्राम 100 रुपये में, बतासा 30 रुपये 250 ग्राम बिका तो मिट्टी का दीया एक रुपये पीस, जाता 30 रुपये पीस, चुकिया 10 रुपये पीस बिकी। दवा के थोक कारोबारी रेवन सर्राफ ने बताया कि उनकी प्रतिष्ठान में धनतेरस के दिन ही मां लक्ष्मी की विधिवत पूजा-अर्चना की गयी। वहीं निवेश सलाहकार उत्तम झुनझुनवाला ने बताया कि उनके प्रतिष्ठान में मंगलवार को विधिवत रूप से मां लक्ष्मी व गणेश की पूजा की गयी। दूसरी ओर पूजा-अर्चना के कारण फलों की भी अच्छी बिक्री हुई।
दो करोड़ की मिठाइयां बिकीं
मिठाई कारोबारी संजीव कुमार व लालू शर्मा ने बताया कि धनतेरस के दिन मिठाई का कारोबार गुलजार रहा। इस दिन सभी मिठाई दुकानों व कैटरर्स संचालकों के यहां डेढ़ से दो करोड़ की मिठाइयां व नमकीन बिकी। मिठाई कारोबारी मानवेंद्र शुक्ला ने बताया कि धनतेरस व दीपावली पर एक-दूसरे को गिफ्ट देने का प्रचलन होने के कारण गिफ्ट पैक मिठाई की मांग खूब रही।
उम्मीद से कम हुई जमीन और फ्लैट की बिक्री
धनतेरस पर फ्लैट और जमीन का कारोबार उम्मीद से कम हुआ। क्रेडाई भागलपुर के अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष जमीन व फ्लैट का कारोबार मुश्किल से 40 प्रतिशत रहा। कई लोगों फ्लैट की बुकिंग कराई तो कई ने जमीन खरीदी। उन्होंने बताया कि यहां औसतन फ्लैट में 10 करोड़, कमर्शियल दुकान में 10 करोड़ तो जमीन में 15 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।
51.75 लाख रुपये का राजस्व हुआ प्राप्त
धनतेरस पर भागलपुर में जमीन-फ्लैट की रजिस्ट्री उम्मीद के मुताबिक नहीं रही है। मंगलवार को भागलपुर में सिर्फ 66 जमीन की रजिस्ट्री हुई, जबकि सिर्फ एक फ्लैट का निबंधन किया गया। धनतेरस पर सिर्फ 51.75 लाख का राजस्व प्राप्त हुआ है। जिला अवर निबंधक विनय सौरव ने बताया कि मंगलवार को धनतेरस के बावजूद उम्मीद से कम रजिस्ट्री हुई है।
बर्तन और पूजन सामग्री की बिक्री 10 करोड़ की
धनतेरस पर बर्तन व पूजन सामग्री की बिक्री कम रही। लोगों ने धनतेरस पर कुछ खरीदना है यह सोच कर ही बाजार पहुंचे थे। गुरुद्वारा रोड स्थित बर्तन कारोबारी दीपक कुमार साह ने बताया कि छठ पूजा के कारण पीतल के बर्तन की अच्छी बिक्री रही। बर्तन कारोबारी त्रिपुरारी कुमार वर्मा ने बताया कि बाजार में पीतल के गणेश-लक्ष्मी, नंदी, गाय-बछड़ा, कछुआ व कुबेर की प्रतिमा की बिक्री अच्छी रही।
झाड़ू की जमकर खरीदारी हुई, माना जाता है शुभ
धनतेरस के दिन झाड़ू की अच्छी बिक्री हुई। शास्त्रत्तें के अनुसार इस दिन झाड़ू की खरीदारी को शुभ माना गया है। इसके चलते वेरायटी चौक, तिलकामांझी, नया बाजार आदि जगहों पर झाड़ू की अच्छी बिक्री हुई। झाड़ू खरीद रही प्रियंका ने बताया कि झाड़ू को लक्ष्मी स्वरूप माना जाता है। वेरायटी चौक पर झाड़ू बेच रहे सुमित ने बताया कि झाड़ू 40 से 50 रुपये पीस था।
इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार पर पड़ी ऑनलाइन की मार
इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार पर ऑनलाइन की मार पड़ी है। इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी नीरज कुमार झा ने बताया कि धनतेरस पर दोपहर में कम तो शाम में ग्राहकों की भीड़ जुटी। टीवी, फ्रिज, एसी, ओवेन, आरो, गीजर की अच्छी बिक्री हुई। हर सामान की खरीदारी पर ग्राहकों को कुछ गिफ्ट भी दिया गया। इस बार बाजार में ऑनलाइन खरीदारी का असर दिखा।
बाजार का आंकड़ा
● सोना-चांदी में 75 करोड़, शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में 10 करोड़
● ओटोमोबाइल में 25 करोड़
● जमीन-फ्लैट में 35 करोड़
● इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री में 10 करोड़
● बर्तन व पूजन में 10 करोड़
● मिठाई में 2 करोड़
● कपड़ा-जूता में 8 करोड़
● अन्य मद में 25 करोड़
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