आरजेडी के चर्चित विधायक रीतलाल यादव के 11 ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी की गयी। पटना पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर यह कार्रवाई की। इस दौरान 10.5 लाख रुपये नकद, 77.5 लाख रुपये के ब्लैंक चेक, 4 संदिग्ध चेक समेत कई चीजों की बरामदगी की गयी।
खबरों के मुताबिक रीतलाल यादव को छापेमारी की खबर पहले ही मिल चुकी थी। इस छापेमारी के पहले ही वह आवास से निकल चुके थे। जब पुलिस पहुंची, विधायक आवास में मौजूद नहीं थे। अब पुलिस अब उस शख्स का पता लगा रही है, जिसने रेड की जानकारी लीक कर दी थी। आपको बता दें कि यह छापेमारी एक बिल्डर के द्वारा पुलिस के पास की गयी शिकायत से जुड़ी है। पुनाईचक निवासी बिल्डर कुमार गौरव ने पुलिस से शिकायत की थी कि विधायक रीतलाल यादव और उनके सहयोगी उनसे रंगदारी मांगते हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। जिसके बाद पुलिस ने ये छापेमारी की।
खगौल थाने में बिल्डर की ओर से की गयी शिकायत के बाद विधायक, उनके भाई, भतीजा, पार्टनर सहित अन्य पर रंगदारी का मामला दर्ज करने के बाद सर्च वारंट लेकर उनके घर की तलाशी लेकर कार्रवाई करने की तैयारी पुलिस की थी। लेकिन वारंट मिलने में तीन घंटे लग गये और सूचना लीक हो गयी। पुलिस सर्च वारंट लेकर कोर्ट से निकली भी नही थी कि रीतलाल वहां से बाहर निकल गये। सूत्रों के अनुसार पुलिस सूचना लीक करने वाले को भी रडार पर ले रही है।
छापेमारी से पहले पुलिस पूरी तैयारी के साथ विधायक के आवास पहुंची थी। दर्जनों गाड़ियों में सवार करीब 200 पुलिसकर्मी विधायक के आवास पहुंचे और चारों तरफ से आवास को घेर लिया था। पुलिस ने इस छापेमारी में ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया। पूरे क्षेत्र पर आसमान से नजर रखी जा रही थी। दानापुर के कोथवां स्थित रीतलाल यादव के आवास पर पहुंची पुलिस आर्म्स डिटेक्टर से भी लैश थी। पूरे घर में इससे तलाशी ली गयी।