राज्य में बालू की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए खान एवं भू-तत्व विभाग ने 15 जनवरी तक करीब 200 बालू घाटों की नीलामी के निर्देश दिए हैं। विभाग ने स्पष्ट कहा है कि जो जिन बालू घाटों का रकबा ज्यादा बड़ा है उन्हें छोटे-छोटे भागों में विभक्त कर नीलामी की जाए।
खान एवं भू-तत्व विभाग की ओर से जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि जो बालू घाट अब तक नीलामी से वंचित हैं, उनके लिए जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट में संशोधन कर सिया से सहमति प्राप्त कर ली जाए। इसके बाद नीलामी प्रक्रिया पूरी करें। बिना किसी कारण नीलामी वाले घाटों से खनन शुरू नहीं होने पर संबंधित जिले के पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की चेतावनी भी जिलों को दी गई है।
मालूम हो कि, 29 जिलों में 267 बालूघाटों से नीलामी का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया है। लेकिन 75 बालू घाटों से ही अब तक खनन प्रारंभ हो पाया है। कुछ घाटों का रकबा बड़ा होने की वजह से यहां नीलामी नहीं हो पाई है और खनन बाधित है। नालंदा, नवादा, रोहतास, जमुई और गया में बालू घाटों की बंदोबस्ती के बाद अन्य वजह से विलंब होने और खनन प्रारंभ न होने की जानकारी मुख्यालय को मिली है।
उधर, सूचना प्राप्त होने के बाद खान एवं भूतत्व विभाग ने इन जिलों के खनिज पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही अगले आदेश तक वेतन बंद करने के निर्देश भी दिए हैं।